Surya Grahan 2022: क्या 15 दिन में 2 ग्रहण लगना अशुभ, जानिए इस बारे में?
Haryana News Post : Surya Grahan On Diwali : इस बार 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण पड़ेगा। उन्होंने कहा है कि यह सूर्य ग्रहण चार ग्रहों सूर्य, चंद्र, शुक्र और केतु की युति में पड़ेगा। मथुरा पुरी सहित संपूर्ण ब्रजभूमि में यह सूर्य ग्रहण शाम 04:32 बजे पर प्रारंभ होगा और शाम 05:42 बजे तक चलेगा। किंतु सूर्यास्त शाम 05:39 पर हो जाएगा।
मथुरा में इस ग्रहण का पर्व काल 1 घंटे 10 मिनट का है। सूर्य बिंब 44 प्रतिशत ग्रसित रहेगा। ज्योतिष शास्त्र मुताबिक सूर्य ग्रहण का कारण होता है चंद्रमा तथा चंद्रग्रहण का मुख्य कारण होता है पृथ्वी की काली छाया। पुराणों अनुसार ग्रहण राहु और केतु द्वारा होते हैं। कामेश्वर नाथ चतुवेर्दी मुताबिक भारत के पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा आदि के समीप यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसके अलावा संपूर्ण देश में तथा विदेशों में भी यह दिखाई देगा।
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25 अक्टूबर को इस समय लगेगा ग्रहण
खगोल शास्त्रियों के मुताबिक 25 अक्टूबर को इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा। भारत में इस ग्रहण की शुरूआत 25 अक्टूबर को सुबह 11.28 बजे हो जाएगी। करीब 07:05 घंटे बाद शाम 5.24 बजे यह ग्रहण खत्म होगा। इससे 12 घंटे पहले यानी 24 अक्टूबर की रात 11.28 बजे ही सूतक काल शुरू हो जाएगा। इसके चलते दिवाली की अगली सुबह गोवर्धनपूजा के बजाय ग्रहण के सूतक काल में बीतेगी।
सूर्य का 44फीसदी हिस्सा रहेगा ग्रसित
यह सूर्य ग्रहण पूर्वोत्तर भारत को छोड़कर शेष भारत में दिखाई देगा। इस बार का सूर्य ग्रहण सूर्य, चंद्र, शुक्र और केतु ग्रह की युति में पड़ेगा। कान्हा की नगरी मथुरा में यह सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर की शाम 4:32 बजे शुरू होगा और शाम 05:42 बजे तक चलेगा। इसी सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्यास्त भी हो जाएगा। शहर में यह ग्रहण करीब 1 घंटे 10 मिनट का रहेगा। इस बार ग्रहण से सूर्य 44 प्रतिशत हिस्सा ग्रसित रहेगा।
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क्या दोनों ग्रहण दे रहे अशुभ संकेत?
इस साल कार्तिक माह में 15 दिन के अंतराल पर 2 बार ग्रहण लग रहे हैं। 25 अक्टूबर को जहां सूर्य ग्रहण होगा। वहीं 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगेगा। भारतीय समय के अनुसार यह चंद्र ग्रहण 8 नवंबर मंगलवार को दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से शाम 7 बजकर 27 बजे तक रहेगा। महाभारत युद्ध से पहले कार्तिक माह में भी इसी तरह 2 ग्रहण पड़े थे, जिसके बाद भयंकर रण हुआ था, जिसमें दोनों ओर के लाखों सैनिक मारे गए थे। क्या ये दोनों ग्रहण इस बार भी कोई अशुभ संकेत दे रहे हैं। इस पर ज्योतिषियों में अनुमान लगाए जा रहे हैं।