Punjab News: बीबी जागीर कौर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित
Haryana News Post : Punjab Latest News: शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) को तोड़ने की साजिश रचने के आरोपों सहित पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बीबी जागीर कौर (Bibi Jagir Kaur) पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उनको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
अनुशासन कमेटी के अध्यक्ष सिकंदर सिंह मलूका ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि बीबी जागीर कौर के खिलाफ सभी विकल्पों का इस्तेमाल करने के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। अकाली दल ने हमेशा एसजीपीसी(SGPC) अध्यक्ष पद के लिए एक उम्मीदवार खड़ा करके पंथक एकता पेश करने की कोशिश की है,
क्योंकि पार्टी अध्यक्ष सभी सदस्यों के विचार व्यक्तिगत रूप से लेते हैं। पार्टी यह नही समझने में विफल रही क्यों बीबी जागीर कौर पार्टी के इस मानदंड को क्यों बदलना चाहती थी और सिख समुदाय में भ्रम पैदा करना चाहती थी, क्योंकि यह केवल पंथ विरोधी ताकतों की मदद करता है।
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तीन महीने पहले चुनाव लड़ने की तैयारी कर दी थी शुरू
मलूका ने कहा कि बीबी जागीर कौर ने तीन महीने पहले सदस्यों से संपर्क करके एसजीपीसी चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होने कहा कि पार्टी में एकता बनाए रखने के मकसद से वरिष्ठ अकाली नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा और सुरजीत सिंह रखडा ने उनसे संपर्क किया था और उनसे पार्टी के अनुशासन का पालन करने का आग्रह किया था। यहां तक कि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी उन्हे एसजीपीसी सदस्यों के दृष्टिकोण से अवगत कराया एवं उन्हे चुनाव लड़ने पर जोर नही देने की सलाह दी थी।
चुनाव लड़ने की जिद्द पर थी अड़ी
कमेटी ने कहा कि बीबी जागीर कौर जिद पर अड़ी रही , मलूका ने कहा कि उन्होने सदस्यों से समर्थन लेने के लिए मिलना तक शुरू कर दिया था। उन्होने कहा कि स्थिति तब बाहर हो गई, जब एसजीपीसी सदस्यों की शिकायतें आई कि वरिष्ठ भाजपा नेता और अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा , बीबी जागीर कौर के समर्थन के लिए सदस्यों को फोन कर रहे हैं।
अपना रुख रखने के लिए दिया गया था समय
मलूका ने कहा कि सदस्यों की शिकायत और शिरोमणि अकाली दल की दो सदस्यीय टीम द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए बीबी जागीर कौर को निलंबित कर दिया गया है। उन्होने कहा कि उन्हे अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करने के लिए दो अवसर दिए गए एवं सोमवार को उन्हे व्यक्तिगत रूप से मामला समझाने के लिए समय दिया गया। उन्होने कहा कि ऐसा करने के बजाय वह अनुशासन कमेटी के गठन पर सवाल उठा रही हैं, जिसे अकाली दल अध्यक्ष द्वारा पार्टी वर्किंग कमेटी , जिसकी वे सदस्य थी, को अपेक्षित अधिकार देकर बनाई गई है।
कमेटी के सदस्य ने स्टिंग भी किया जारी
इस बीच अनुशासन कमेटी के सदस्य विरसा सिंह वल्टोहा ने स्टिंग जरी किया जिसमें अमृतसर स्थित एक भाजपा नेता ने वोट हासिल करने के लिए एसजीपीसी सदस्यों को रिश्वत देने की पेशकश की है। इस बीच अनुशासन कमेटी के सदस्य विरसा सिंह वल्टोहा द्वारा अमृतसर स्थित भाजपा नेता पर किए गए स्टिंग जारी किया
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जिसमें भाजपा नेता को एसजीपीसी(SGPC) सदस्य सुरजीत सिंह को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह राष्ट्रीय अल्पसंख्यक कमिशन के चेयरमैन के साथ उनकी मीटिंग की व्यवस्था करेंगें। उन्होने स्टिंग में भाजपा नेता ने एसजीपीसी सदस्यों को वोट हासिल करने के लिए रिश्वत देने की भी पेशकश की है।
जांच की मांग की गई
वल्टोहा ने कहा कि स्टिंग से साबित हो गया है कि भाजपा और इकबाल सिंह लालपुरा न केवल एसजीपीसी के अध्यक्ष के चुनाव में हस्तक्षेप कर रहे हैं, बल्कि बीबी जागीर कौर के लिए वोट हासिल करने के लिए सदस्यों से संपर्क कर रहे हैं। उन्होने मांग की कि एसजीपीसी(SGPC) को तोड़ने की साजिश का पता लगाने के लिए भाजपा नेता और लालपुरा दोनों के फोन कॉल रिकॉर्ड की जांच की जानी चाहिए।