1. Home
  2. Business

अगर आपका भी है PPF अकाउंट, तो जानें इसके फायदे और नुकसान

अगर आपका भी है PPF अकाउंट, तो जानें इसके फायदे और नुकसान
पीपीएफ (PPF) में निवेश काफी लंबे समय का होता है। इसमें लगातार 15 सालों तक आपको इन्वेस्टमेंट करना पड़ता है, उसके बाद आपकी रकम मैच्योर होती है। ऐसे में आपका पैसा लंबे समय के लिए फंस जाता है।

Haryana News Post : PPF Drawbacks in Hindi: पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड सरकार की लघु बचत योजनाओं में शामिल लंबी अवधि की बचत का एक लोकप्रिय जरिया है। न सिर्फ इस पर आपको ज्यादातर बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में ज्यादा मिल रहा है बल्कि इसमें निवेश कर आप इनकम टैक्स में डेढ़ लाख रुपये तक की कटौती का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

इसके अलावा मैच्योरिटी पर मिलने वाले पैसे टैक्स फ्री होंगे। अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के लिए इस पर 7.9 फीसद ब्याज मिल रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीपीएफ अकाउंट 15 साल में मैच्योर होता है। अगर आप भी पीपीएफ में निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपको इसकी कुछ बातें पता होनी चाहिए। तो चलिए जानेंगे इस बारे में।



आपका पैसा लंबे समय के लिए फंस जाता है?



पीपीएफ (PPF) में निवेश काफी लंबे समय का होता है। इसमें लगातार 15 सालों तक आपको इन्वेस्टमेंट करना पड़ता है, उसके बाद आपकी रकम मैच्योर होती है। ऐसे में आपका पैसा लंबे समय के लिए फंस जाता है। इसकी तुलना में लंबी अवधि के निवेश में म्यूचुअल फंड्स को काफी बेहतर माना जा रहा है। क्योंकि इसमें आपको पीपीएफ से बेहतर ब्याज मिल जाता है। साथ ही आपको बीच में जरूरत पड़ने पर पैसा निकालने की फैसिलिटी मिलती है।

Read Also: Business Ideas: महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी वंदना, स्ट्रॉबेरी और ड्रैगन फ्रूट की खेती से कमा रहीं लाखों?

इंटरेस्ट लगातार हो रहा कम?



बता दें मौजूदा समय में पीपीएफ पर भले ही 7.1 फीसदी तक ब्याज दिया जा रहा है। जिन लोगों को लगता है कि ये ज्यादा ब्याज दर है। लेकिन आपको बता दें, पीपीएफ पर कभी 12 फीसदी तक ब्याज मिलता था। पीपीएफ नेशनल सेविंग इंस्टीट्यूट द्वारा 1968 में शुरू की गई थी।

1986 से 1989 के बीच लगातार 14 साल के पीपीएफ पर मिलने वाली ब्याज दरें 12 फीसदी के रिकॉर्ड स्तर पर बनी रही। लेकिन साल 2000 से पीपीएफ के ब्याज दरों में कमी आनी शुरू हुई और अब ये 7.1 फीसदी तक पहुंच गई। वहीं, आज के समय में म्यूचुअल फंड काफी मशहूर हो गई है जिसमें 30 से 40 फीसदी तक रिटर्न मिल रहा है।



इन्वेस्टमेंट की अधिकतम लिमिट



पीपीएफ में इन्वेस्टमेंट की मैक्सिमम लिमिट 1.5 लाख रुपए सालाना है। अगर आपकी सैलरी काफी अच्छी है और आप इस स्कीम में ज्यादा इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं, तो आप नहीं कर सकते। ऐसे में आपको निवेश के दूसरे आॅप्शन तलाशने पड़ेंगे।



जॉइंट अकाउंट का ऑप्शन नहीं



पीपीएफ में आपको जॉइंट अकाउंट का ऑप्शन नहीं मिलता है। न ही एक व्यक्ति एक से ज्यादा पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकता है। हालांकि आप इसमें कई नॉमिनी जरूर बना सकते हैं और उनके अलग-अलग हिस्से भी तय कर सकते हैं। अगर अकाउंट होल्डर की मौत हो जाती है तो नॉमिनी को वो रकम निकालने का हक होता है।

Read Also: Business Idea: भिंडी की खेती कर, कम लागत में अधिक मुनाफा कमाएं, जानिए कैसे?

इतने दिन में पैसे निकाल सकते हैं?



पीपीएफ अकाउंट धारक या उसके परिवार के किसी सदस्य को गंभीर बीमारी हो जाने पर, बीच में भी पीपीएफ अकाउंट बंद करके पूरा पैसा निकाला जा सकता है। लेकिन यह सुविधा आपको अकाउंट के 5 साल पूरे हो जाने पर मिल सकती है। 5 साल के पहले आप किसी काम के लिए पैसे नहीं निकाल सकते।
 


पीपीएफ खाता बंद कराने की परेशानी?



खाता बंद कराने की जरूरी शर्तें होती है। आपका खाता कम से कम 5 साल पुराना होना चाहिए। 5 साल पूरा होने से पहले आप केवल पीपीएफ लोन ले सकते हैं। अगर आप खाते के परिपक्व होने से पहले निकालते हैं तो ब्याज 1 फीसदी काटकर पैसा वापस मिलेगा।

हमें ट्विटर और गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें


देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें पाने के लिए अब आप HaryanaNewsPost के Google News पेज और Twitter पेज से जुड़ें और फॉलो करें।