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Karwa Chauth 2022: ये महिलाएं न रखें करवाचौथ व्रत, इस ग्रह से हो सकता है नुकसान

Karwa Chauth 2022: ये महिलाएं न रखें करवाचौथ व्रत, इस ग्रह से हो सकता है नुकसान
Shukra asta on Karwa Chauth 2022: इस समय शुक्र ग्रह अस्त हैं और इसे शुक्र तारा डूबना कहते हैं। सूर्य के बेहद करीब आने पर ग्रह का तेज खत्म हो जाता है और उसकी शक्ति क्षीण हो जाती है, तब इसे ग्रह का अस्त होना कहते हैं। जब शुक्र तारा डूबा हुआ हो तो विवाह कार्य नहीं किए जाते हैं। इस बार करवा चौथ की तिथि को लेकर बड़ी कन्फ्यूजन है। कुछ लोग 13 तारीख तो कुछ 14 तारीख को करवा चौथ मनाने की बात कर रहे हैं। तो चलिए जानते हैं इस साल करवा चौथ की सही तारीख क्या है।

नई दिल्‍ली। Karwa Chauth 2022 date moon time: हिंदू धर्म में करवा चौथे का विशेष महत्व है। यह व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला उपवास रखा जाता है। इस दिन महिलाएं सुबह स्नानादि के बाद व्रत का संकल्प लेती हैं। दिन में सामूहिक रूप से करवा चौथ की कथा सुनती हैं और रात को चांद देखने के बाद व्रत खोलती हैं। इस बार करवा चौथ की तिथि को लेकर बड़ी कन्फ्यूजन है। कुछ लोग 13 तारीख तो कुछ 14 तारीख को करवा चौथ मनाने की बात कर रहे हैं। तो चलिए जानते हैं इस साल करवा चौथ की सही तारीख क्या है।

करवा चौथ का व्रत कब का है?

 हिंदू पंचांग मुताबिक करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस साल कार्तिक कृष्ण चतुर्थी 13 अक्टूबर को रात 1 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगी और 14 अक्टूबर को देर रात 03 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी। उदिया तिथि के कारण करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर को ही रखा जाएगा।

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करवा चौथ पर शुक्र तारे का डूबना अशुभ 

 

इस समय शुक्र ग्रह अस्त हैं और इसे शुक्र तारा डूबना कहते हैं। सूर्य के बेहद करीब आने पर ग्रह का तेज खत्म हो जाता है और उसकी शक्ति क्षीण हो जाती है, तब इसे ग्रह का अस्त होना कहते हैं। जब शुक्र तारा डूबा हुआ हो तो विवाह कार्य नहीं किए जाते हैं। शुक्र ग्रह वैवाहिक सुख, प्रेम देने वाले ग्रह हैं और हिंदु धर्म में विवाह के शुभ मुहूर्त के लिए शुक्र ग्रह का उदित रहना जरूरी है। शुक्र ग्रह 20 नवंबर तक अस्त रहेंगे। इस कारण 20 नवंबर 2022 तक विवाह संपन्न नहीं होंगे। यहां तक कि तुलसी विवाह के अबूझ मुहूर्त के दिन भी इस साल विवाह नहीं होंगे।

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वहीं बताया जा रहा है कि शुक्र तारे के डूबने के कारण ऐसी नवविवाहित महिलाएं जो पहली बार करवा चौथ व्रत रखने जा रही हैं। उन्हें भी इसके लिए एक साल तक इंतजार करना पड़ेगा। शुक्र अस्त रहने के दौरान करवा चौथ व्रत की शुरूआत करना शुभ नहीं माना जाता है। इसके अलावा शुक्र अस्त के दौरान करवा चौथ व्रत का उद्यापन भी नहीं करना चाहिए। वरना पति-पत्नी को मुश्किल झेलनी पड़ सकती है।

 

करवा चौथ व्रत पूजा शुभ मुहूर्त  

करवा चौथ व्रत के लिए चतुर्थी तिथि का आरंभ 13 अक्टूबर 2022 की मध्यरात्रि 1 बजकर 59 मिनट से होगा और 14 अक्टूबर 2022 की तड़के सुबह 3 बजकर 8 मिनट पर समापन होगा। इस दौरान करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त 13 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 1 मिनट लेकर शाम 7 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। वहीं अमृतकाल मुहूर्त शाम 4 बजकर 8 मिनट से शाम 5 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। इससे पहले अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 21 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट तक रहेगा। इस साल करवा चौथ पर चांद दिखने का समय 13 अक्टूबर को रात 8 बजकर 19 मिनट है।

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