1. Home
  2. Dharam

Aaj Ka Panchang 4 April 2025: आज का पंचांग चैत्र नवरात्रि की सप्तमी, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल

Aaj Ka Panchang 4 April 2025: आज का पंचांग चैत्र नवरात्रि की सप्तमी, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल
Dainik panchang navratri shubh muhurat: 4 अप्रैल 2025 को चैत्र नवरात्रि की सप्तमी और शुक्रवार। मां दुर्गा और माता लक्ष्मी की पूजा से सौभाग्य मिलेगा। शुभ मुहूर्त: 12:01-12:50 PM, राहुकाल: 10:30-12:00। दिशा शूल पश्चिम। दुर्गासप्तशती पाठ करें, सुख-शांति पाएं।
Aaj Ka Panchang 4 April 2025 Dainik Panchang in Hindi (आज का पंचांग 4 अप्रैल 2025):  4 अप्रैल 2025 का दिन हिंदू धर्म में खास मायने रखता है। यह चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन है, जो मां दुर्गा की भक्ति और शुक्रवार की शुभता से भरा हुआ है। शुक्रवार को माता लक्ष्मी का दिन माना जाता है, जो धन, सौभाग्य और वैवाहिक सुख का प्रतीक है। ज्योतिष में यह दिन शुक्र ग्रह से जुड़ा है, जो प्रेम और भौतिक सुखों का कारक है। नवरात्रि के इस पवित्र समय में ग्रहों की अनुकूल स्थिति साधना और पूजा को कई गुना फलदायी बनाती है। यह दिन आत्मशुद्धि और सकारात्मक ऊर्जा के लिए बेहतरीन है। तो आइए, आज के पंचांग की हर खास बात को समझें और इस दिन को और खास बनाएं।

Aaj Ka Panchang 4 April 2025: आज का पंचांग: तिथि और समय

आज चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है, और संवत है पिंगला विक्रम संवत 2082। सूर्योदय सुबह 6:09 बजे और सूर्यास्त शाम 6:39 बजे होगा। नक्षत्र मृगशिरा और चंद्र राशि मिथुन (स्वामी बुध) रहेगी, जबकि सूर्य मीन राशि में (स्वामी गुरु) रहेगा। करण बालव और योग तैतिल है। यह दिन नवरात्रि के साथ शुक्रवार की शुभता को जोड़ता है, जिससे भक्ति और सौभाग्य की कामना करने का मौका मिलता है।

शुभ मुहूर्त: सही समय का लाभ उठाएं

आज के शुभ मुहूर्त आपके कार्यों को सफल बनाने में मदद करेंगे। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:01 से 12:50 तक, विजय मुहूर्त 2:23 से 3:26 तक और गोधुली मुहूर्त शाम 6:22 से 7:22 तक रहेगा। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:03 से 5:09 तक और अमृत काल 6:03 से 7:44 तक है। निशीथ काल रात 11:43 से 12:25 तक और संध्या पूजन शाम 6:30 से 7:05 तक रहेगा। इन समयों में पूजा, जप या कोई शुभ काम शुरू करें, ताकि मां दुर्गा और माता लक्ष्मी की कृपा बरसे।

राहुकाल और दिशा शूल: इनसे रहें सावधान

राहुकाल सुबह 10:30 से दोपहर 12:00 बजे तक रहेगा। इस दौरान कोई नया काम शुरू करने से बचें, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। दिशा शूल पश्चिम दिशा में है, इसलिए आज इस ओर यात्रा न करें। अगर जरूरी हो, तो एक दिन पहले प्रस्थान निकालकर अगले दिन जाएं। यह सावधानी आपके दिन को सुरक्षित और शुभ बनाएगी।

क्या करें, क्या न करें?

नवरात्रि का यह समय मां दुर्गा की उपासना के लिए खास है। दुर्गासप्तशती का पाठ करें, सिद्धिकुंजिकास्तोत्र के 9 पाठ और मां के 32 व 108 नामों का जप करें। घर में अखंड दीप जलाएं और मंदिर में कीर्तन या फलाहार का आयोजन करें। माता को नारियल और लौंग चढ़ाएं, जो उन्हें प्रिय हैं। ब्रह्म मुहूर्त में श्री रामरक्षास्तोत्र का पाठ करें। मन को सात्विक रखें और किसी के प्रति द्वेष न पालें। पेड़ लगाएं, खासकर शिव मंदिर के पास। यह सब करने से सुख-शांति और आध्यात्मिक उन्नति मिलेगी।

इस दिन को बनाएं खास

चैत्र नवरात्रि की सप्तमी और शुक्रवार का यह संयोग आपके लिए सौभाग्य का द्वार खोल सकता है। शुभ मुहूर्त में पूजा करें, मंत्र जपें और परिवार के साथ भक्ति में डूब जाएं। यह दिन न सिर्फ धार्मिक, बल्कि ज्योतिषीय रूप से भी शक्तिशाली है। इसे सही तरीके से मनाएं, ताकि मां दुर्गा और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद आपके जीवन को रोशन करे।

Maa Kalratri Aarti: चैत्र नवरात्रि 2025 सातवें दिन माँ कालरात्रि की पूजा, जानें कथा, आरती और शुभ मुहूर्त


देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें पाने के लिए अब आपHaryanaNewsPostकेGoogle Newsपेज औरTwitterपेज से जुड़ें और फॉलो करें।
whtsapp-img
News Hub