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Gangaur Puja Samagri saman List: गणगौर पूजा 2025 के लिए 31 मार्च को पूजा के लिए चाहिए ये सामग्री, अभी तैयार कर लें अपनी लिस्ट

Gangaur Puja Samagri saman List: गणगौर पूजा 2025 के लिए 31 मार्च को पूजा के लिए चाहिए ये सामग्री, अभी तैयार कर लें अपनी लिस्ट
Gangaur 2025 puja samagri list in hindi, gangaur puja saman list: गणगौर पूजा 31 मार्च 2025 को चैत्र तृतीया पर। सामग्री: चौकी, चावल, हल्दी, कलश, चुनरी। राजस्थान का यह पर्व मां गौरी को समर्पित, सौभाग्य तीज कहलाता है। व्रत से सदा सुहागन का आशीर्वाद मिलता है। पूजा लिस्ट तैयार करें।

Gangaur Puja Samagri saman List In Hindi: चैत्र का महीना शुरू होते ही गणगौर का त्योहार नजदीक आ जाता है। इस बार 31 मार्च 2025 को चैत्र शुक्ल तृतीया पर यह पर्व मनाया जाएगा। खासकर राजस्थान में यह उत्सव धूमधाम से होता है, लेकिन उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और गुजरात के कुछ हिस्सों में भी गणगौर की रौनक देखने को मिलती है।

इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और मां गौरी की पूजा करती हैं वह भी पति से छुपाकर, जैसा कि मान्यता है। अगर आप भी इस खास दिन की तैयारी में जुटे हैं, तो आइए जानते हैं कि गणगौर पूजा के लिए किन-किन चीजों की जरूरत पड़ेगी, ताकि आपकी पूजा में कोई कमी न रह जाए।

Gangaur Puja Samagri saman List: गणगौर पूजा की सामग्री

गणगौर की पूजा में हर सामान का अपना महत्व है। आपको चाहिए लकड़ी की चौकी या बाजोट, जिस पर मां गौरी और इसर जी की मूर्तियां रखी जाएंगी। इसके अलावा चावल, हल्दी, मेहंदी, गुलाल, अबीर और कुमकुम से पूजा को सजाया जाता है। मिट्टी का दीपक और घी से रोशनी की जाएगी, तो फूल, दूब और आम के पत्तों से माहौल भक्तिमय बनेगा। पानी से भरा तांबे का कलश, नारियल, सुपारी और पान के पत्ते भी जरूरी हैं। गणगौर के लिए खास कपड़े, चुनरी, काली मिट्टी, होली की राख, दो मिट्टी के कुंडे और बांस की टोकनी भी लिस्ट में शामिल करें। गेहूं, काजल और पाटा भी न भूलें ये सब मिलकर पूजा को पूरा करते हैं।

पूजा का महत्व: सौभाग्य का आशीर्वाद

गणगौर का त्योहार 18 दिनों तक चलता है, लेकिन इसका आखिरी दिन 31 मार्च सबसे खास होता है। इसे गौरी तीज या सौभाग्य तीज भी कहते हैं। यह व्रत मां पार्वती को समर्पित है, और मान्यता है कि मां इस दिन व्रत करने वाली महिलाओं को सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद देती हैं। यही वजह है कि इस पर्व को इतना पवित्र माना जाता है। महिलाएं इस दिन मां से अपने परिवार की सुख-शांति और लंबी उम्र की कामना करती हैं।

तैयारी में न रहे कोई चूक

31 मार्च को पूजा के लिए पहले से सामग्री जुटा लें। बाजार में गणगौर के कपड़े और चुनरी आसानी से मिल जाएंगे, लेकिन काली मिट्टी या होली की राख के लिए थोड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है। अगर कुछ छूट जाए, तो घबराएं नहीं—स्थानीय दुकानों से आखिरी वक्त पर भी मदद मिल सकती है। यह पूजा सिर्फ रस्म नहीं, बल्कि परिवार के प्यार और भक्ति का प्रतीक है।

आपके लिए खास सुझाव

इस गणगौर पूजा को और खास बनाने के लिए सामग्री के साथ-साथ गणगौर के गीत भी तैयार रखें। ये गीत पूजा में जान डालते हैं। अपनी लिस्ट अभी नोट कर लें और 31 मार्च को मां गौरी की कृपा पाने के लिए तैयार हो जाएं। यह पर्व आपके घर में सौभाग्य और खुशहाली लेकर आएगा।

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