Haryana News: कांग्रेस के लिए 5 सीटें बनी कलह का घर, खींचतान में फंसी लोकसभा उम्मीदवारों की लिस्ट
चंडीगढ़। लोकसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस की सूची आपसी कलह के चलते बुरी तरह फंसी हुई है। बताया जा रहा है आपसी खींचतान और जातिगत समीकरण और नाते रिश्तेदारी के कारण 5 सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। कांग्रेस शनिवार को भी सीईसी की बैठक में अपने नौ उम्मीदवारों की सूची को तय नहीं कर पाई। लंबी माथापच्ची के बाद भी टिकटों का गणित उलझा रहा जिसके बाद हाईकमान ने स्क्रीनिंग कमेटी में दो नाम मधुसूदन मिस्त्री व सलमान खुर्शीद को भी शामिल करने का निर्णय लिया है।
अब माना जा रहा है कि टिकटों की घोषणा में एक सप्ताह का समय और लग सकता है। शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं को उम्मीद थी कि लोकसभा के सभी नौ उम्मीदवारों की सूची घोषित हो जाएगी।
कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची नवरात्रि में घोषित होने की बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी कर रहे थे , लेकिन सूची अब गुटबाजी में फंसती नजर आ रही है। शनिवार को दिल्ली में आयोजित सीईसी की बैठक में कांग्रेस के हुड्डा गुट व एसआरके गुट लोकसभा उम्मीदवारों पर सहमति नहीं बना पाए।
सूत्रों की मानें तो सबसे अधिक पेच भिवानी महेंद्रगढ़, हिसार, गुरूग्राम तथा फरीदाबाद को लेकर फंसा। भिवानी महेंद्रगढ़ से हुड्डा गुट जहां राव दान सिंह की पैरवी कर रहा था वहीं सैलजा व रणदीप की ओर से श्रुति चौधरी को लेकर पक्ष रखा गया। बताया जा रहा है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा श्रुति चौधरी की जगह राव दान सिंह को एडजस्ट कर अपने रिश्तेदार करण सिंह दलाल को जाट कोटे का हवाला देकर फरीदाबाद से टिकट दिलवाना चाहते हैं।
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इसके अलावा हिसार से बृजेंद्र की बजाए जेपी को सेट करना चाहते हैं क्योकि जयप्रकाश जेपी को हुड्डा गुट का खास नेता माना जाता है। हाईकमान से शुक्रवार को बीरेंद्र सिंह व बृजेंद्र सिंह की मुलाकात ने हिसार सीट पर मामला अटका दिया। हाईकमान की ओर से इस सीट पर भी दोबारा से विचार करने की बात कह दी गई।
राजनीति के जानकारों की मानें तो भिवानी महेंद्रगढ़ सीट के कारण गुरुग्राम तथा फरीदाबाद सीट का समीकरण जुड़ा हुआ है। अगर श्रुति चौधरी की टिकट काट दी जाए तो फरीदाबाद से करण सिंह दलाल का दावा मजबूत हो जाता है। भिवानी से जाट कोटे की टिकट कटती है तो उसकी भरपाई फरीदाबाद में की जाएगी।
इसके अलावा राव दान सिंह को अगर भिवानी से टिकट दी जाए तो गुरुग्राम से राज बब्बर भी मैदान में उतर सकते हैं क्योकि यादव कोटे से गुरुग्राम या भिवानी में से एक जगह उम्मीदवार हर हाल में देना होगा। जानकारों का मानना है कि श्रुति चौधरी बंसीलाल की पौत्री व एक बार भिवानी से सांसद होने के कारण मजबूत उम्मीदवार मानी जा रही है।
इसके अलावा माना जा रहा है कि जेजेपी से राव बहादूर सिंह यहां से उम्मीदवार हो सकते हैं तो ऐसे में दान सिंह अगर उम्मीदवार आए तो भी अहिरवाल का वोट बट जाएगा जिससे भाजपा उम्मीदवार धर्मबीर को लाभ मिल सकता है। इसके अलावा सूचना है कि सिरसा से सैलजा, रोहतक से दीपेंद्र, अंबाला से फूलचंद मुलाना के बेटे वरुण मुलाना पर लगभग सहमति बन गई है।
करनाल सीट पर कुलदीप शर्मा के पुत्र चाणक्य पंडित के साथ साथ एक दो और नामों पर भी चर्चा की जा रही है मगर माना जा रहा है कि चाणक्य का नाम फाइनल किया जा चुका है। गुरुग्राम सीट पर अजय यादव, राव दान सिंह व राज बब्बर के नामों पर चर्चा की गई। नामों पर सहमति बनती न देख कांग्रेस आलाकमान ने मधुसूदन मिस्त्री व सलमान खुर्शीद को भी पैनल में शामिल कर दिया है जिससे टिकटों पर सहमति बनाई जा सके।
Haryana Congress: लोकसभा प्रत्याशियों फाइनल करने पर नहीं बनी सहमति
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