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Sirsa Lok Sabha History : सिरसा लोकसभा सीट पर इनेलो-कांग्रेस की बीच रही है जंग, इस बार हो सकता है कमाल

Sirsa Lok Sabha History : सिरसा लोकसभा सीट पर इनेलो-कांग्रेस की बीच रही है जंग, इस बार हो सकता है कमाल
History of Sirsa Lok Sabha constituency : 1967 के आम चुनाव के बाद इसे सिर्फ सिरसा नाम दिया गया। सिरसा लोकसभा सीट का राजनीतिक इतिहास काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। यह सीट पहले फाजिल्का-सिरसा नाम से जानी जाती थी।

सिरसा। Sirsa Lok Sabha History : फाजिल्का-सिरसा लोकसभा सीट का अस्तित्व वर्ष 1952 के आम चुनाव से वर्ष 1957 के आम चुनाव तक रहा। इस के बाद इसका कुछ फाजिल्का वाला क्षेत्र बंठिंडा और सिरसा वाला क्षेत्र हिसार में लोकसभा सीट में मर्ज़ हो गया। 

हरियाणा की सिरसा सीट (SC) काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है. यह सीट 1962 में अस्तित्व में आई थी. इस समय यहां की मौजूदा सांसद बीजेपी की सुनीता दुग्गल हैं. वैसे तो सिरसा कांग्रेस का गढ़ रहा है. इस सीट पर कांग्रेस ने 9 बार जीत का परचम लहराया है. सिरसा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और आईएनएलडी के अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला का गृह क्षेत्र है और यह INLD का गढ़ भी रहा है।

सिरसा लोकसभा सीट का अस्तित्व वर्ष 1967 के आम चुनाव से अब तक रहा है। इस दौरान इस सीट पर कुल 15 चुनाव हुए हैं। इनमें से कांग्रेस ने 8, इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने 3, और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 1 चुनाव जीता।

1967 से 2014 तक कांग्रेस का दबदबा रहा

1967 से 2014 तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है। इस दौरान इस सीट से कांग्रेस के कुल 8 उम्मीदवार विजयी हुए हैं। कुमारी शैलजा ने 2 बार (1991 और 1996), और आत्मा राम गिल (2004) और अशोक तंवर (2009) ने एक-एक बार चुनाव जीता।

यहां इनेलो और कांग्रेस की हमेशा से कड़ी टक्कर रही है। इनेलो यहां से 3 बार जीत दर्ज कर चुकी है। 1998 और 1999 में यहां से सुशील कुमार इंदोरा ने जीत दर्ज की। एक बार यहां से चरणजीत रोड़ी (2014) में जीत कर लोकसभा पहुंचे।

भाजपा 2019 में पहली बार जीती

2019 के चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर पहली बार जीत दर्ज की थी। भाजपा की सुनीता दुग्गल ने 3.09 लाख मतों के अंतर से कांग्रेस के अशोक तंवर को हराया था।

इस सीट पर कांग्रेस और INLD का दबदबा रहा है। इन दोनों पार्टियों के कुल 9 उम्मीदवार विजयी हुए हैं। इनमें से कांग्रेस के 7 और INLD के 2 उम्मीदवार चुनाव जीते।

सिरसा लोकसभा सीट की खासियतें

सिरसा लोकसभा सीट एक महत्वपूर्ण सीट है। यह सीट हरियाणा के पश्चिमी भाग में स्थित है। 

इस सीट पर जाट और बिश्नोई मतदाताओं का प्रभाव अधिक है।

इस सीट पर चुनाव हमेशा रोमांचक रहा है। इस सीट पर जीत-हार का अंतर हमेशा कम रहा है।

इस सीट पर कांग्रेस और INLD के बीच का मुकाबला हमेशा कड़ा रहा है।    

2019 के चुनाव में बीजेपी ने इस सीट पर 3.09 लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी।

सिरसा लोकसभा में आने वाली विधानसभा 

1.⁠ ⁠सिरसा विधानसभा 

2.⁠ ⁠ऐलनाबाद विधानसभा

3.⁠ ⁠रानिया विधानसभा

4.⁠ ⁠कालांवाली विधानसभा

5. डबवाली विधानसभा

6.⁠ ⁠रतिया विधानसभा 

7.⁠ ⁠टोहाना विधानसभा 

8.⁠ ⁠फतेहाबाद विधानसभा 

9.⁠ ⁠नरवाना विधानसभा

सिरसा लोकसभा सीट के प्रमुख उम्मीदवार

सिरसा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले कुछ प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं:

चौधरी दलबीर सिंह (कांग्रेस)

कुमारी शैलजा (कांग्रेस)

सुशील इंदोरा (इंडियन नेशनल लोकदल)

चरणजीत सिंह रोड़ी (इंडियन नेशनल लोकदल)

अशोक तंवर (कांग्रेस)

सुनीता दुग्गल (भाजपा)

सिरसा लोकसभा सीट के भविष्य की संभावनाओं को लेकर कई बातें कही जा रही हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा बना रहेगा, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि INLD इस सीट पर जीत हासिल कर सकती है।

हालांकि, यह कहना अभी भी मुश्किल है कि भविष्य में इस सीट पर कौन सी पार्टी जीतेगी। यह निर्भर करेगा कि राजनीतिक परिस्थितियां कैसी रहती हैं और पार्टियां अपने उम्मीदवारों का चयन कैसे करती हैं।

सिरसा में कितने मतदाता

सिरसा लोकसभा सीट में कुल 17,40,188 मतदाता हैं, जिसमें अगर पुरुष मतदाताओं की संख्या की बात करें तो 9,25,150 पुरुष मतदाता हैं तो वहीं महिला वोटरों की संख्या 8,15,032 है. 2019 के लोकसभा चुनाव में 13,69,486 लाख मतदाताओं ने मतदान किया था. पिछले लोकसभा में यहां 75 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई थी.

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