Air Pollution in Delhi: दिल्ली में फिर से खतरनाक हुआ वायु प्रदूषण, जीआरएपी का तीसरा चरण लागू होने की संभावना
नई दिल्ली। दिल्ली की हवा (Delhi air pollution) फिर से खराब होती जा रही है। सर्दिया शुरू होते ही यहां प्रदूषण का स्तर में गिरावट आ रही है। कई जगह तो वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में पानी की बौछारों का छिड़काव करना पड़ रहा है। शनिवार को दिल्ली में पीएम 2.5 का लेवल 215 और पीएम 10 का स्तर 381 तक पहुंच गया है। वहीं द्वारका में 411, जहांगीरपुरी 407, विवेक विहार 423, वजीरपुर 412 और आनंद विहार 468 में एक्यूआई (air quality index) 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया है। ओवरऑल दिल्ली की बात करें तो यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) शाम 6.30 बजे 370 से ज्यादा पहुंच गया था।
फायर बिग्रेड की 22 गाड़ियों ने किया छिड़काव
वायु प्रदूषण खराब होते देख सरकार और प्रशासन हरकत में आ गए। दिल्ली सरकार ने तुरंत प्रभाव से फायर ब्रिगेड की 22 गाड़ियों को दिल्ली के अलग-अलग इलाकों के पानी के छिड़काव में लगा दिया। जानकारी के मुताबिक इनमें नरेला, आनंद विहार, मुंडका, द्वारका, आनंद विहार, पंजाबी बाग, आरके पुरम, बवाना, रोहिणी 16, ओखला, जहांगीरपुरी, वजीरपुर और मायापुरी आदि एरिया में पानी का छिड़काव किया गया।
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निर्माण और तोड़ फोड़ की गतिविधियों पर पाबंदी
वहीं सरकार की वायु गणवत्ता समिति ने दिल्ली-एनसीआर के प्राधिकारों को निर्देश दिया कि वे आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के चरण तीन के तहत निर्माण, तोड़ फोड़ समेत अन्य गतिविधियों पर पाबंदियों को तुरंत लागू करें।
जानिए एक्यूआई की कैटेगिरी
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छी कैटेगिरी में माना जाता है। 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच एक्यूआई गंभीर माना जाता है।
पर्यावरण मंत्री ने बुलाई उच्चस्तरीय बैठक
वायु प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इस बैठक में प्रदूषण की स्थिति को रिव्यू करने के लिए सभी विभागों को बुलाया गया है और प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर जीआरएपी का तीसरा चरण लागू किए जाने पर चर्चा हुई। जीआरएपी के इस तीसरे चरण के तहत पाबंदियों में निर्माण, तोड़फोड़ और खनन समेत अन्य गतिविधियों पर रोक लगेगी, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा, रेलवे और मेट्रो समेत अन्य आवश्यक परियोजनाओं को इससे छूट होगी।
सीएनजी बसें चलाने का अनुरोध
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि आनंद विहार और विवेक विहार में लगातार प्रदूषण का स्तर बद्तर होता जा रहा है. यह क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम से संबंधित निर्माण कार्य के कारण हो सकता है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली-यूपी सीमा पर प्रदूषण बढ़ने में डीजल से चलने वाली बसों की अहम भूमिका है। हम यूपी सरकार से कम से कम ठउफ के जिलों में सीएनजी बसें चलाने का अनुरोध करते हैं। इससे वायु प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।
जीआरएपी के अगले चरण में ये गतिविधियां बैन
बता दें कि यदि जीआरएपी के अगले चरण गंभीर प्लस'' श्रेणी या चरण-चार की नौबत आई तो दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध, सरकारी, निगम और निजी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देना, शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना तथा सम-विषम व्यवस्था के आधार पर वाहनों का परिचालन जैसे कदम शामिल हो सकते हैं।
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नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों की तैनाती अमानवीय कदम : एलजी
इस बारे में दिल्ली के एलजी सक्सेना ने सीएम केजरीवाल से रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान के तहत अत्यधिक प्रदूषण वाले यातायात चौराहों पर नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों की तैनाती को अमानवीय'' और शोषण'' वाला कदम बताते हुए केजरीवाल सरकार को अभियान पर पुनर्विचार करने को कहा है। इस पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान पर उपराज्यपाल द्वारा उठाए गए सभी सवालों का जवाब देगी और उनकी मंजूरी के लिए फाइल फिर से जमा करेगी।
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