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Aaj Ka Rashifal: 23 जनवरी 2023 काे कैसा रहेगा आपका दिन, जानिए अपनी राशि का पूरा ब्‍यौरा

Aaj Ka Rashifal: 23 जनवरी 2023 काे कैसा रहेगा आपका दिन, जानिए अपनी राशि का पूरा ब्‍यौरा

Aaj Ka Rashifal: आज 23 जनवरी, 2023 है। आइए जानते हैं कि मेष से मीन राशि के जातकों का दिन कैसा रहेगा। ग्रह गोचर और शुभ मूहुर्त का समय क्‍या है। यहां आपको Yearly Horoscope 2023 दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले पंचांग का ब्‍यौरा उपलब्‍ध है।

Aaj Ka Rashifal: आचार्य  नीरज  पाराशर (वृन्दावन) वाले आपको बता रहे हैं कि आज का भविष्‍य फल कैसा रहेगा। ग्रह गोचर और शुभ मूहुर्त का समय क्‍या है। यहां आपको Yearly Horoscope 2023 दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले पंचांग का ब्‍यौरा उपलब्‍ध है।

यहां आपको Horoscope और Astrology के साथ-साथ Aaj Ka Panchang पढ़ने को मिलेगा। वहीं एस्ट्रोलॉजी टिप्स और शुभ मुहूर्त तथा नक्षत्र और दिशाशूल के बारे में भी बताया जाएगा। 

दैनिक राशिफल

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

मेष

नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। विरोधी सक्रिय रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन के योग हैं। उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। समय पर निर्णय लेने से काम बनेंगे। आलस्य त्यागकर काम पर ध्यान दें।

वृष

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। किसी भी अपरिचित पर अंधविश्वास न करें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। दूसरे आपसे अधिक अपेक्षा करेंगे। काम में विलंब होगा। आय बनी रहेगी। बाहरी सहयोग मिलेगा। कुसंगति से बचें। फालतू खर्च होगा। अतिरिक्त सावधानी की आवश्यकता है।

मिथुन

स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। लेन-देन में जल्दबाजी से हानि संभव है। कोई भी बड़ा निर्णय सोच-समझकर करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। विवाद न करें। शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। भागदौड़ अधिक होगी।

कर्क

प्रभावशाली व्यक्तियों से परिचय होगा। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। उत्तेजना से समस्या बढ़ सकती है। राजकीय कोप का भाजन बन सकते हैं। जल्दबाजी न करें। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। घर में अतिथियों का आगमन होगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी।

सिंह

मेहनत सफल रहेगी। सामाजिक प्रति‍ष्ठा में वृद्धि होगी। समाज के वरिष्ठजनों से मेलजोल बढ़ेगा। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नए कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। घर-परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। मनोरंजन के साधन प्राप्त होंगे।

कन्या

मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पठन-पाठन व लेखन आदि के काम सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। किसी विशेष व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है। आशंका-कुशंका हो सकती है। काम पर ध्यान दें। प्रसन्नता रहेगी।

तुला

जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। मनोरंजन का अवसर प्राप्त होगा। शत्रु शांत रहेंगे। किसी प्रभावशाली व्यक्ति के सहयोग से कार्य की बाधा दूर होगी। व्ययवृद्धि होगी। नए काम मिल सकते हैं। परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। विवाद न करें। जोखिम न उठाएं।

वृश्चिक

प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। तीर्थयात्रा का आनंद मिलेगा। दुष्टजनों से दूर रहें, हानि पहुंचा सकते हैं। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। परिवार के साथ जीवन सुखमय रहेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।

धनु

यात्रा मनोरंजक रहेगी। मेहनत का फल मिलेगा। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। स्वयं की देनदारी समय पर चुका पाएंगे। भाइयों से सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता तथा संतुष्टि होगी। शत्रु शांत रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। जल्दबाजी न करें।

मकर

बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। बाहरी व्यक्ति की बातों में न आएं। बड़ा काम करने का मन बनेगा। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। जीवन सुखमय गुजरेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। भूमि, भवन, दुकान, फैक्टरी व शोरूम आदि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। संपत्ति से लाभ होगा।

कुंभ

मान-सम्मान मिलेगा। मनोरंजन के अवसर मिलेंगे। नए काम मिल सकते हैं। अवसर का लाभ लें। पार्टनरों से मतभेद दूर होकर सहयोग मिलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। विवेक से कार्य करें। लाभ में वृद्धि होगी। प्रसन्नता बनी रहेगी। समाज के वरिष्ठजनों से मेलजोल बढ़ेगा।

मीन

जरा सी लापरवाही हानि दे सकती है, विशेषकर गृहिणियां सावधानी रखें। किसी के उकसावे को नजरअंदाज करें। बात बढ़ सकती है। काम में मन नहीं लगेगा। नौकरी में मातहतों से कहासुनी हो सकती है। आय बनी रहेगी। जोखिम उठाने व जल्दबाजी करने से बचें।

दिनाँक:-23/01/2023, सोमवार

द्वितीया, शुक्ल पक्ष, 
माघ
""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)

तिथि----------    द्वितीया    18:42:55        तक 
पक्ष-------------------------    शुक्ल
नक्षत्र-----------    धनिष्ठा    24:25:32
योग----------    व्यतिपत    25:26:28
करण----------    बालव    08:32:48
करण-----------कौलव    18:42:55
करण-----------    तैतुल    28:58:44
वार-----------------------    सोमवार
माह-------------------------     माघ
चन्द्र राशि-------- मकर    13:50:16
चन्द्र राशि------------------   कुम्भ    
सूर्य राशि--------------------  मकर
रितु------------------------    शिशिर
आयन------------------    उत्तरायण
संवत्सर-------------------    शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)    ---------------------नल
विक्रम संवत----------------    2079 
गुजराती संवत--------------    2079
शक संवत------------------    1944

वृन्दावन 

सूर्योदय---------------    07:10:53    
सूर्यास्त----------------    17:51:17
दिन काल-------------    10:40:24    
रात्री काल-------------    13:19:17
चंद्रोदय---------------    08:31:44    
चंद्रास्त----------------    19:39:30

लग्न-----मकर 8°35' , 278°35'

सूर्य नक्षत्र-------------    उत्तराषाढा    
चन्द्र नक्षत्र------------------    धनिष्ठा
नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र 

पद, चरण

गा----    धनिष्ठा    08:34:36

गी----    धनिष्ठा    13:50:16

गु----    धनिष्ठा    19:07:10

गे----    धनिष्ठा    24:25:32

गो----    शतभिषा    29:45:30

ग्रह गोचर

ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
==========================
सूर्य=मकर   08 : 29  उ oषाo  ,      4        जी 
चन्द्र =मकर 25°:23, धनिष्ठा     ,       1       गा 
बुध =धनु 15°: 34'  पूo षा o   '     1         भू 
शुक्र=मकर 29°05,  धनिष्ठा     '      3         गु 
मंगल=वृषभ  14°30  ' रोहिणी'       2         वा 
गुरु=मीन  10°30 '   उ o भा o,        3       झ 
शनि=मकर 00°43 '      धनिष्ठा   '     3       गु       
राहू=(व) मेष  14°50     भरणी ,       1       ली 
केतु=(व) तुला 14°50   स्वाति ,     3          रो 

शुभा$शुभ मुहूर्त

राहू काल    08:31 - 09:51    अशुभ
यम घंटा    11:11 - 12:31    अशुभ
गुली काल    13:51 - 15: 11अशुभ 
अभिजित    12:10 - 12:52    शुभ
दूर मुहूर्त    12:52 - 13:35    अशुभ
दूर मुहूर्त    15:01 - 15:43    अशुभ
वर्ज्यम    30:50* - 32:15*    अशुभ

पंचक    13:50 - अहोरात्र    अशुभ

चोघडिया, दिन

अमृत    07:11 - 08:31    शुभ
काल    08:31 - 09:51    अशुभ
शुभ    09:51 - 11:11    शुभ
रोग    11:11 - 12:31    अशुभ
उद्वेग    12:31 - 13:51    अशुभ
चर    13:51 - 15:11    शुभ
लाभ    15:11 - 16:31    शुभ
अमृत    16:31 - 17:51    शुभ

चोघडिया, रात

चर    17:51 - 19:31    शुभ
रोग    19:31 - 21:11    अशुभ
काल    21:11 - 22:51    अशुभ
लाभ    22:51 - 24:31*    शुभ
उद्वेग    24:31* - 26:11*    अशुभ
शुभ    26:11* - 27:51*    शुभ
अमृत    27:51* - 29:31*    शुभ
चर    29:31* - 31:11*    शुभ

होरा, दिन

चन्द्र    07:11 - 08:04
शनि    08:04 - 08:58
बृहस्पति    08:58 - 09:51
मंगल    09:51 - 10:44
सूर्य    10:44 - 11:38
शुक्र    11:38 - 12:31
बुध    12:31 - 13:24
चन्द्र    13:24 - 14:18
शनि    14:18 - 15:11
बृहस्पति    15:11 - 16:05
मंगल    16:05 - 16:58
सूर्य    16:58 - 17:51

होरा, रात

शुक्र    17:51 - 18:58
बुध    18:58 - 20:05
चन्द्र    20:05 - 21:11
शनि    21:11 - 22:18
बृहस्पति    22:18 - 23:24
मंगल    23:24 - 24:31
सूर्य    24:31* - 25:38
शुक्र    25:38* - 26:44
बुध    26:44* - 27:51
चन्द्र    27:51* - 28:57
शनि    28:57* - 30:04
बृहस्पति    30:04* - 31:11

उदयलग्न प्रवेशकाल

मकर   > 05:38   से 07:26   तक
कुम्भ   > 07:26   से  09:06  तक
मीन    > 09: 06   से  10:26 तक
मेष     > 10:26    से  12:08  तक
वृषभ   > 12:08   से  16:26   तक 
कर्क    > 16:26   से  18:38   तक
सिंह    >  18:38   से 20:52    तक
कन्या  > 20:52    से  11:02   तक
तुला   >  11:02    से   02:10  तक
वृश्चिक > 02:10   से  03:20  तक
धनु     > 03:20   से   05:30  तक

विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय) संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो  घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

अग्नि वास ज्ञान

यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

2 + 2 + 1 = 5 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

ग्रह मुख आहुति ज्ञान

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

सूर्य ग्रह मुखहुति

शिव वास एवं फल

2 + 2+ 5 =  9 ÷ 7 = 2  शेष

गौरी सन्निधौ = शुभ कारक

भद्रा वास एवं फल

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

विशेष जानकारी

*पंचक प्रारंभ 13:50 से

* नेताजी सुभाषचन्द्र जयंती 

शुभ विचार

जानीयात् प्रेषणे भृत्यान् बान्धवान् व्यसनागमे ।
मित्रं चापत्तिकाले तु भार्यां च विभवक्षये ।।
।। चा o नी o।।

नौकर की परीक्षा तब करें जब वह कर्त्तव्य का पालन  न कर रहा हो, 
रिश्तेदार की परीक्षा तब करें जब आप मुसीबत मे घिरें हों,
मित्र की परीक्षा विपरीत परिस्थितियों मे करें,
और जब आपका वक्त अच्छा न चल रहा हो तब पत्नी की परीक्षा करे।

सुभाषितानि

गीता -: विभूति योग अo-10

मृत्युः सर्वहरश्चाहमुद्भवश्च भविष्यताम्‌ ।,
कीर्तिः श्रीर्वाक्च नारीणां स्मृतिर्मेधा धृतिः क्षमा ॥,

मैं सबका नाश करने वाला मृत्यु और उत्पन्न होने वालों का उत्पत्ति हेतु हूँ तथा स्त्रियों में कीर्ति (कीर्ति आदि ये सात देवताओं की स्त्रियाँ और स्त्रीवाचक नाम वाले गुण भी प्रसिद्ध हैं, इसलिए दोनों प्रकार से ही भगवान की विभूतियाँ हैं), श्री, वाक्‌, स्मृति, मेधा, धृति और क्षमा हूँ॥,34॥

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