Aaj Ka Rashifal: 26 जनवरी 2023 काे कैसा रहेगा आपका दिन, जानिए अपनी राशि का पूरा ब्यौरा

Aaj Ka Rashifal: आज 26 जनवरी, 2023 है। आइए जानते हैं कि मेष से मीन राशि के जातकों का दिन कैसा रहेगा। ग्रह गोचर और शुभ मूहुर्त का समय क्या है। यहां आपको Yearly Horoscope 2023 दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले पंचांग का ब्यौरा उपलब्ध है।
Aaj Ka Rashifal: आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन) वाले आपको बता रहे हैं कि आज का भविष्य फल कैसा रहेगा। ग्रह गोचर और शुभ मूहुर्त का समय क्या है। यहां आपको Yearly Horoscope 2023 दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले पंचांग का ब्यौरा उपलब्ध है।
यहां आपको Horoscope और Astrology के साथ-साथ Aaj Ka Panchang पढ़ने को मिलेगा। वहीं एस्ट्रोलॉजी टिप्स और शुभ मुहूर्त तथा नक्षत्र और दिशाशूल के बारे में भी बताया जाएगा।
दैनिक राशिफल
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
मेष
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बेचैनी रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। सामाजिक कार्य करने में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
वृष
यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य प्रभावित होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न उठाएं।
मिथुन
जल्दबाजी से चोट लग सकती है। दूर से शोक समाचार मिल सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। थकान व कमजोरी रह सकती है। स्वास्थ्य पर खर्च होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। नौकरी में कार्यभार रहेगा। भागदौड़ रहेगी। आय होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।
कर्क
कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। नौकरी में शांति रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग रहेगा। कार्य समय पर पूर्ण होंगे।
सिंह
पुराना रोग उभर सकता है। दूर से दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। किसी व्यक्ति के व्यवहार से अप्रसन्नता रहेगी। अपेक्षित कार्य विलंब से होंगे। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। किसी व्यक्ति विशेष की नाराजी झेलना पड़ेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।
कन्या
जल्दबाजी न करें। कोई समस्या खड़ी हो सकती है। शरीर शिथिल हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। आय में वृद्धि होगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेगे। प्रमाद न करें।
तुला
धनहानि संभव है, सावधानी रखें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। विवाद से बचें। शत्रु शांत रहेंगे। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा।
वृश्चिक
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। बात बढ़ सकती है। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। तनाव रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी व्यक्ति की बातों में न आएं। महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें, लाभ होगा।
धनु
शत्रु सक्रिय रहेंगे। शारीरिक कष्ट संभव है। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।
मकर
धन प्राप्ति सुगम तरीके से होगी। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य करने में रुझान रहेगा। मान-सम्मान मिलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। कष्ट, तनाव व चिंता का वातावरण बन सकता है। शत्रु पस्त होंगे।
कुंभ
पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी साधु-संत का आशीवार्द मिल सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेंगे। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। लंबित कार्य पूर्ण होंगे। प्रमाद न करें।
मीन
घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में संतोष रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। विरोध होगा। विवाद से क्लेश होगा, इससे बचें। पुराना रोग उभर सकता है। परिवार की चिंता रहेगी। जल्दबाजी न करें।
दिनाँक:-26/01/2023, गुरुवार
पंचमी, शुक्ल पक्ष,
माघ
"""""""""""""""”"""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)
तिथि----------- पंचमी 10:27:33 तक
पक्ष------------------------- शुक्ल
नक्षत्र---- उत्तरा भाद्रपदा18:55:36
योग-------------- शिव 15:27:39
करण----------- बालव 10:27:33
करण---------- कौलव 21:42:21
वार----------------------- गुरूवार
माह------------------------- माघ
चन्द्र राशि------------------ मीन
सूर्य राशि-------------------- मकर
रितु------------------------शिशिर
सायन----------------------- वसंत
आयन------------------ उत्तरायण
संवत्सर------------------- शुभकृत
संवत्सर (उत्तर) ---------------------नल
विक्रम संवत--------------- 2079
गुजराती संवत------------- 2079
शक संवत----------------- 1944
वृन्दावन
सूर्योदय--------------- 07:09:54
सूर्यास्त---------------- 17:53:43
दिन काल------------- 10:43:49
रात्री काल------------- 13:15:47
चंद्रोदय---------------- 10:24:42
चंद्रास्त---------------- 22:54:31
लग्न----मकर 11°38' , 281°38'
सूर्य नक्षत्र-------------------श्रवण
चन्द्र नक्षत्र------------------उoभाo
नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र
पद, चरण
थ---- उत्तरभाद्रपदा 07:24:02
झ---- उत्तरभाद्रपदा 13:08:19
ञ---- उत्तरभाद्रपदा 18:55:36
दे---- रेवती 24:45:56
दो---- रेवती 30:39:22
ग्रह गोचर
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मकर 11 : 29 श्रवण , 1 खी
चन्द्र =मीन 09°:23, पू o भा o , 2 थ
बुध =धनु 17°: 34' पूo षा o ' 2 धा
शुक्र=मकर 04°05, धनिष्ठा ' 4 गे
मंगल=वृषभ 15°30 ' रोहिणी' 2 वा
गुरु=मीन 10°30 ' उ o भा o, 3 झ
शनि=कुम्भ 01°43 ' धनिष्ठा ' 2 गी
राहू=(व) मेष 14°45 भरणी , 1 ली
केतु=(व) तुला 14°45 स्वाति , 3 रो
शुभा$शुभ मुहूर्त
राहू काल 13:52 - 15:13 अशुभ
यम घंटा 07:10 - 08:30 अशुभ
गुली काल 09:51 - 11: 11अशुभ
अभिजित 12:10 - 12:53 शुभ
दूर मुहूर्त 10:45 - 11:27 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:02 - 15:45 अशुभ
वर्ज्यम 30:39* - 32:14* अशुभ
गंड मूल 18:56 - अहोरात्र अशुभ
पंचक अहोरात्र अशुभ
चोघडिया, दिन
शुभ 07:10 - 08:30 शुभ
रोग 08:30 - 09:51 अशुभ
उद्वेग 09:51 - 11:11 अशुभ
चर 11:11 - 12:32 शुभ
लाभ 12:32 - 13:52 शुभ
अमृत 13:52 - 15:13 शुभ
काल 15:13 - 16:33 अशुभ
शुभ 16:33 - 17:54 शुभ
चोघडिया, रात
अमृत 17:54 - 19:33 शुभ
चर 19:33 - 21:13 शुभ
रोग 21:13 - 22:52 अशुभ
काल 22:52 - 24:32* अशुभ
लाभ 24:32* - 26:11* शुभ
उद्वेग 26:11* - 27:51* अशुभ
शुभ 27:51* - 29:30* शुभ
अमृत 29:30* - 31:10* शुभ
होरा, दिन
बृहस्पति 07:10 - 08:04
मंगल 08:04 - 08:57
सूर्य 08:57 - 09:51
शुक्र 09:51 - 10:45
बुध 10:45 - 11:38
चन्द्र 11:38 - 12:32
शनि 12:32 - 13:25
बृहस्पति 13:25 - 14:19
मंगल 14:19 - 15:13
सूर्य 15:13 - 16:06
शुक्र 16:06 - 17:00
बुध 17:00 - 17:54
होरा, रात
चन्द्र 17:54 - 19:00
शनि 19:00 - 20:06
बृहस्पति 20:06 - 21:13
मंगल 21:13 - 22:19
सूर्य 22:19 - 23:25
शुक्र 23:25 - 24:32
बुध 24:32* - 25:38
चन्द्र 25:38* - 26:44
शनि 26:44* - 27:51
बृहस्पति 27:51* - 28:57
मंगल 28:57* - 30:03
सूर्य 30:03* - 31:10
उदयलग्न प्रवेशकाल
मकर > 05:56 से 07:42 तक
कुम्भ > 07:42 से 09:22 तक
मीन > 09: 22 से 10:42 तक
मेष > 10:42 से 12:24 तक
वृषभ > 12:24 से 16:42 तक
कर्क > 16:42 से 18:54 तक
सिंह > 18:54 से 21:08 तक
कन्या > 21:08 से 11:12 तक
तुला > 11:12 से 02:26 तक
वृश्चिक > 02:26 से 03:36 तक
धनु > 03:36 से 05:46 तक
विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय) संस्कार
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
दिशा शूल ज्ञान-------------उत्तर
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
अग्नि वास ज्ञान
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
5 + 5 + 1 = 11 ÷ 4 = 3 शेष
स्वर्ग लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
ग्रह मुख आहुति ज्ञान
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
बुध ग्रह मुखहुति
शिव वास एवं फल -:
5 + 5+ 5 = 15 ÷ 7 = 1 शेष
कैलाश वास = शुभ कारक
भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
विशेष जानकारी
*वसंत पंचमी (सरस्वती पूजन)
* सरस्वती प्राकट्योत्सव
* गणतंत्र दिवस
* सर्वार्थ सिद्धि योग 18:56 से
*होली डंडा रोपण
*बसंती पोशाक धारण श्री राधावल्लभ जी
* वसंती कमरा दर्शन श्री शाहजी मन्दिर वृन्दावन
शुभ विचार
लोकयात्रा भयं लज्जा दाक्षिण्यं त्यागशीलता ।
पञ्च यत्र न विद्यन्ते न कुर्य्यात्तत्र सड्गतिम् ।।
।। चा o नी o।।
बुद्धिमान व्यक्ति को ऐसे देश में कभी नहीं जाना चाहिए जहाँ :
रोजगार कमाने का कोई माध्यम ना हो,
जहा लोगों को किसी बात का भय न हो,
जहा लोगो को किसी बात की लज्जा न हो,
जहा लोग बुद्धिमान न हो,
और जहाँ लोगो की वृत्ति दान धरम करने की ना हो।
सुभाषितानि
गीता -: विभूति योग अo-10
वृष्णीनां वासुदेवोऽस्मि पाण्डवानां धनञ्जयः ।,
मुनीनामप्यहं व्यासः कवीनामुशना कविः ॥,
वृष्णिवंशियों में (यादवों के अंतर्गत एक वृष्णि वंश भी था) वासुदेव अर्थात् मैं स्वयं तेरा सखा, पाण्डवों में धनञ्जय अर्थात् तू, मुनियों में वेदव्यास और कवियों में शुक्राचार्य कवि भी मैं ही हूँ॥,37॥
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