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Aaj Ka Rashifal: 27 जनवरी 2023 काे कैसा रहेगा आपका दिन, जानिए अपनी राशि का पूरा ब्‍यौरा

Aaj Ka Rashifal: 27 जनवरी 2023 काे कैसा रहेगा आपका दिन, जानिए अपनी राशि का पूरा ब्‍यौरा

Aaj Ka Rashifal: आज 27 जनवरी, 2023 है। आइए जानते हैं कि मेष से मीन राशि के जातकों का दिन कैसा रहेगा। ग्रह गोचर और शुभ मूहुर्त का समय क्‍या है। यहां आपको Yearly Horoscope 2023 दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले पंचांग का ब्‍यौरा उपलब्‍ध है।

Aaj Ka Rashifal: आचार्य  नीरज  पाराशर (वृन्दावन) वाले आपको बता रहे हैं कि आज का भविष्‍य फल कैसा रहेगा। ग्रह गोचर और शुभ मूहुर्त का समय क्‍या है। यहां आपको Yearly Horoscope 2023 दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले पंचांग का ब्‍यौरा उपलब्‍ध है।

यहां आपको Horoscope और Astrology के साथ-साथ Aaj Ka Panchang पढ़ने को मिलेगा। वहीं एस्ट्रोलॉजी टिप्स और शुभ मुहूर्त तथा नक्षत्र और दिशाशूल के बारे में भी बताया जाएगा। 

दैनिक राशिफल

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

मेष

कारोबार में वृद्धि के योग हैं। उचित निर्णय ले पाएंगे। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। मार्गदर्शन व सहयोग मिलेगा। पारिवारिक जवाबदारी बढ़ सकती है। लाभ में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी। समय अनुकूल है। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति निर्मित होगी।

वृष

अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होने से खिन्नता रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। काम में मन नहीं लगेगा। बेकार बातों पर ध्यान न दें। आय बनी रहेगी। दौड़धूप अधिक होगी। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। शोक संदेश मिल सकता है। विवाद से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है।

मिथुन

लेन-देन में जल्दबाजी न करें। बेवजह विवाद की स्थिति बन सकती है। विवेक से कार्य करें। लाभ होगा। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। व्यवसाय से संतोष नहीं होगा। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। थकान रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। काम में लापरवाही बड़ा नुकसान दे सकती है।

कर्क

मेहनत का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। समय अनुकूल है। नए कार्य करने का मन बनेगा। उत्साह बना रहेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। पार्टनरों व भाइयों का सहयोग मिलेगा। जीवन सुखमय रहेगा। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें।

सिंह

आत्मसम्मान बना रहेगा। नए काम करने का मन बनेगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। दूर के अच्‍छे समाचार प्राप्त होंगे। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। काम में मन लगेगा। जल्दबाजी न करें। जीवन सुखमय रहेगा।

कन्या

रोजगार प्राप्ति सुगमता से होगी। यात्रा लाभदायक रहेगी। नए उपक्रम प्रारंभ करने की योजना बनेगी। लाभ में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ मिलता रहेगा। नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा।

तुला

घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। प्रमाद न करें। व्यवसाय लाभदायक रहेगा।

वृश्चिक

लोग आप से अधिक अपेक्षा करेंगे। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। अनावश्यक खर्च पर नियंत्रण रखें। आय में निश्चितता रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। स्वास्थ्य पर खर्च होगा। कुसंगति से हानि होगी। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें।

धनु

लाभ में वृद्धि होगी। वरिष्ठजन मार्गदर्शन व सहयोग करेंगे। पठन-पाठन व लेखन आदि में मन लगेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। यात्रा आनंददायक हो सकती है। मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। उत्साह व प्रसन्नता बने रहेंगे। आराम का समय नहीं मिलेगा। थकान रह सकती है।

मकर

पारिवारिक सहयोग मिलेगा। समय अनुकूल है, लाभ लें। प्रमाद न करें। यात्रा लाभदायक रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लिया हुआ कर्ज समय पर चुका पाएंगे। थकान महसूस होगी। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। जल्दबाजी न करें।

कुंभ

मान-सम्मान मिलेगा। प्रतिष्ठित व्यक्तियों से मेलजोल बढ़ेगा। योजना फलीभूत होगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। नए व्यापारिक अनुबंध हो सकते हैं। जीवन सुखमय रहेगा। कार्यस्थल पर परिवर्तन व सुधार संभव है। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। व्यय होगा। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।

मीन

किसी मांगलिक कार्य में शामिल होने का अवसर मिल सकता है। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। जीवन सुखमय रहेगा। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी।

दिनाँक:-27/01/2023, शुक्रवार

षष्ठी, शुक्ल पक्ष, 
माघ
"""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)

तिथि-------------    षष्ठी    09:09:41      तक 
पक्ष-------------------------    शुक्ल
नक्षत्र------------रेवती    18:35:34
योग--------------    सिद्ध    13:20:26
करण-----------    तैतुल    09:09:41
करण--------------    गर    20:49:46
वार-----------------------    शुक्रवार
माह-------------------------     माघ
चन्द्र राशि-------------------- मीन    
चन्द्र राशि--------------------   मेष    
सूर्य राशि-------------------   मकर
रितु------------------------    शिशिर
सायन----------------------- वसंत 
आयन------------------    उत्तरायण
संवत्सर-------------------    शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)----------------------नल
विक्रम संवत----------------    2079 
गुजराती संवत--------------    2079 
शक संवत-----------------    1944

वृन्दावन 

सूर्योदय---------------    07:09:31    
सूर्यास्त---------------    17:54:32
दिन काल-------------    10:45:00    
रात्री काल-------------    13:14:35
चंद्रोदय----------------    10:57:07    
चंद्रास्त----------------    23:54:15

लग्न---- मकर 12°39' , 282°39'

सूर्य नक्षत्र------------------    श्रवण    
चन्द्र नक्षत्र-------------------    रेवती
नक्षत्र पाया------------------- स्वर्ण 

पद, चरण

च----    रेवती    12:35:55

ची----    रेवती    18:35:34

चु----    अश्विनी    24:38:20

चे----    अश्विनी    30:44:10

ग्रह गोचर

ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
==========================
सूर्य=मकर   12 : 29  श्रवण  ,       1        खी 
चन्द्र =मीन 23°:23,     रेवती   ,       3      च 
बुध =धनु 18°: 34'  पूo षा o    '     2         धा 
शुक्र=मकर 05°05,  धनिष्ठा    '      4          गे 
मंगल=वृषभ  15°30  ' रोहिणी'       2         वा 
गुरु=मीन  10°30 '   उ o भा o,        3        झ 
शनि=कुम्भ 01°43 '      धनिष्ठा   '     2       गी       
राहू=(व) मेष  14°40     भरणी ,       1       ली 
केतु=(व) तुला 14°40   स्वाति ,     3          रो 

शुभा$शुभ मुहूर्त

राहू काल    11:11 - 12:32    अशुभ
यम घंटा    15:13 - 16:34    अशुभ
गुली काल    08:30 - 09: 51अशुभ 
अभिजित    12:11 - 12:54    शुभ
दूर मुहूर्त    09:19 - 10:02    अशुभ
दूर मुहूर्त    12:54 - 13:37    अशुभ
वर्ज्यम    38:57* - 40:36*    अशुभ

गंड मूल    अहोरात्र    अशुभ

पंचक    07:10 - 18:36    अशुभ

चोघडिया, दिन

चर    07:10 - 08:30    शुभ
लाभ    08:30 - 09:51    शुभ
अमृत    09:51 - 11:11    शुभ
काल    11:11 - 12:32    अशुभ
शुभ    12:32 - 13:53    शुभ
रोग    13:53 - 15:13    अशुभ
उद्वेग    15:13 - 16:34    अशुभ
चर    16:34 - 17:55    शुभ

चोघडिया, रात

रोग    17:55 - 19:34    अशुभ
काल    19:34 - 21:13    अशुभ
लाभ    21:13 - 22:53    शुभ
उद्वेग    22:53 - 24:32*    अशुभ
शुभ    24:32* - 26:11*    शुभ
अमृत    26:11* - 27:50*    शुभ
चर    27:50* - 29:30*    शुभ
रोग    29:30* - 31:09*    अशुभ

होरा, दिन

शुक्र    07:10 - 08:03
बुध    08:03 - 08:57
चन्द्र    08:57 - 09:51
शनि    09:51 - 10:45
बृहस्पति    10:45 - 11:38
मंगल    11:38 - 12:32
सूर्य    12:32 - 13:26
शुक्र    13:26 - 14:20
बुध    14:20 - 15:13
चन्द्र    15:13 - 16:07
शनि    16:07 - 17:01
बृहस्पति    17:01 - 17:55

होरा, रात

मंगल    17:55 - 19:01
सूर्य    19:01 - 20:07
शुक्र    20:07 - 21:13
बुध    21:13 - 22:19
चन्द्र    22:19 - 23:26
शनि    23:26 - 24:32
बृहस्पति    24:32* - 25:38
मंगल    25:38* - 26:44
सूर्य    26:44* - 27:50
शुक्र    27:50* - 28:57
बुध    28:57* - 30:03
चन्द्र    30:03* - 31:09

उदयलग्न प्रवेशकाल

मकर   > 05:52   से 07:38   तक
कुम्भ   > 07:38   से  09:18  तक
मीन    > 09: 18   से  10:38 तक
मेष     > 10:38    से  12:20  तक
वृषभ   > 12:20   से  16:38   तक 
कर्क    > 16:38   से  18:50   तक
सिंह    >  18:50  से 21:04    तक
कन्या  > 21:04    से  11:08   तक
तुला   >  11:08    से   02:22  तक
वृश्चिक > 02:22   से  03:32  तक
धनु     > 03:32   से   05:42  तक

विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय) संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

दिशा शूल ज्ञान-------------पश्चिम

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो  घी अथवा दही खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

अग्नि वास ज्ञान

यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

6 + 6 + 1 = 13 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

ग्रह मुख आहुति ज्ञान

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है।

बुध ग्रह मुखहुति

शिव वास एवं फल -:

 6 + 6 + 5 =  17 ÷ 7 = 3 शेष

वृषाभा रूढ़ = शुभ कारक

भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

विशेष जानकारी

*मंदार षष्ठी दरिद्रहरण

*सर्वार्थ व अमृत सिद्धि योग 18:36 तक

*भास्कर श्रीनिवासाचार्य, श्रीदेवाचार्य पाटोत्सव 

*शीतला छट (बंगाल)

शुभ विचार

जानीयात् प्रेषणे भृत्यान् बान्धवान् व्यसनागमे ।
मित्रं चापत्तिकाले तु भार्यां च विभवक्षये ।।
।। चा o नी o।।

 नौकर की परीक्षा तब करें जब वह कर्त्तव्य का पालन  न कर रहा हो, 
रिश्तेदार की परीक्षा तब करें जब आप मुसीबत मे घिरें हों,
मित्र की परीक्षा विपरीत परिस्थितियों मे करें,
और जब आपका वक्त अच्छा न चल रहा हो तब पत्नी की परीक्षा करे।

सुभाषितानि

गीता -: विभूति योग अo-10

दण्डो दमयतामस्मि नीतिरस्मि जिगीषताम्‌ ।,
मौनं चैवास्मि गुह्यानां ज्ञानं ज्ञानवतामहम्‌ ॥,

मैं दमन करने वालों का दंड अर्थात्‌ दमन करने की शक्ति हूँ, जीतने की इच्छावालों की नीति हूँ, गुप्त रखने योग्य भावों का रक्षक मौन हूँ और ज्ञानवानों का तत्त्वज्ञान मैं ही हूँ॥,38॥

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