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शुक्र प्रदोष कल, जानिए इस व्रत का महत्व क्या है?

शुक्र प्रदोष कल, जानिए इस व्रत का महत्व क्या है?
हर माह दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन प्रदोष व्रत किया जाता है। आश्विन माह के शुक्र प्रदोष के व्रत का महत्व काफी माना जाता है।

Haryana News Post : हर माह दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन प्रदोष व्रत किया जाता है। आश्विन माह के शुक्र प्रदोष के व्रत का महत्व काफी माना जाता है।

जीवन में सुख और सौभाग्य लाने के लिए और विवाहित जीवन को सफल बनाने के लिए शुक्र प्रदोष व्रत रखना चाहिए। इस व्रत को करने से भगवान शिव प्रसन्न होकर भक्तों की मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। इस बार शुक्रवार प्रदोष व्रत कल यानी 7 अक्टूबर को है। तो चलिए जानते हैं पूजा मुहूर्त, व्रत कथा और महत्व क्या है।

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प्रदोष व्रत भगवान शिव-पार्वती की पूजा करने का शुभ दिन है। इस व्रत के बारे में ऐसी मान्यता है कि जो भी पूरी श्रद्धा से इस व्रत को करता है और पूरे विधि-विधान से भगवान शिव-पार्वती की पूजा करता है। उस पर भगवान शिव का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है। शुक्रवार को ये व्रत होने से इसे शुक्र प्रदोष कहा जाएगा।

प्रदोष व्रत का महत्व

स्कंद पुराण में इस व्रत के बारे में जिक्र करते हुए लिखा गया है कि इस व्रत को किसी भी उम्र का व्यक्ति रख सकता है और इस व्रत को दो तरह से रखे जाने का प्रावधान है। कुछ लोग इस व्रत को सूर्योदय के साथ ही शुरू कर के सूर्यास्त तक रखते हैं और शाम को भगवान शिव की पूजा के बाद शाम को अपना व्रत खोल लेते हैं। तो वहीं कुछ लोग इस दिन 24 घंटे व्रत को रखते हैं और रात में जागरण करके भगवान शिव की पूजा करते हैं और अगले दिन व्रत खोलते हैं।

शुक्र प्रदोष व्रत तिथि 

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हिंदू कैलेंडर के अनुसार आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 07 अक्टूबर दिन शुक्रवार को सुबह 07 बजकर 26 मिनट पर हो रहा है और यह तिथि अगले दिन 08 सितंबर को प्रात 05 बजकर 24 मिनट तक मान्य है। प्रदोष पूजा का मुहूर्त शाम के समय में होता है, इसलिए प्रदोष व्रत 07 अक्टूबर को रखा जाएगा।

पूजा मुहूर्त: 07 अक्टूबर को शुक्र प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 06:00 बजे से प्रारंभ हो रहा है। जो रात 08 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। इस दिन आपको शिव पूजा के लिए करीब ढाई घंटे का समय प्राप्त हो रहा है।


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