Aaj Ka Rashifal: 6 फरवरी 2023 को कैसा रहेगा आपका दिन, जानिए अपनी राशि का पूरा ब्यौरा

Aaj Ka Rashifal: आज 6 फरवरी, 2023 है। आइए जानते हैं कि मेष से मीन राशि के जातकों का दिन कैसा रहेगा। ग्रह गोचर और शुभ मूहुर्त का समय क्या है। यहां आपको Yearly Horoscope 2023 दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले पंचांग का ब्यौरा उपलब्ध है।
Aaj Ka Rashifal: आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन) वाले आपको बता रहे हैं कि आज का भविष्य फल कैसा रहेगा। ग्रह गोचर और शुभ मूहुर्त का समय क्या है। यहां आपको Yearly Horoscope 2023 दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले पंचांग का ब्यौरा उपलब्ध है।
यहां आपको Horoscope और Astrology के साथ-साथ Aaj Ka Panchang पढ़ने को मिलेगा। वहीं एस्ट्रोलॉजी टिप्स और शुभ मुहूर्त तथा नक्षत्र और दिशाशूल के बारे में भी बताया जाएगा।
दैनिक राशिफल
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
मेष
स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। घर-परिवार की आवश्यकताओं पर व्यय होगा। वाहन इत्यादि के प्रयोग में लापरवाही न करें। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रमाद न करें।
वृष
प्रसन्नता रहेगी। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। लाभ में वृद्धि होगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भावनाओं में न बहें। राजकीय बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। शेयर मार्केट में सोच-समझकर निवेश करें। मनोरंजन का समय मिलेगा। दूर यात्रा की योजना बनेगी।
मिथुन
किसी अपरिचित की बातों पर विश्वास न करें। विवेक से कार्य करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। कारोबार में फायदे के सौदे होंगे। नौकरी में जवाबदारी बढ़ेगी। आय बनी रहेगी। जल्दबाजी से बड़ा नुकसान हो सकता है। विशेषकर गृहिणियां सावधानी रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।
कर्क
किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होगा। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। सत्संग का लाभ प्राप्त हो सकता है। घर-परिवार के लोगों से पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। भाग्य का साथ मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी।
सिंह
नौकरी में कोई गलती हो सकती है। उच्चाधिकारी की नाराजी झेलना पड़ सकती है। कार्यों में विलंब होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। खिन्नता रहेगी। दौड़धूप अधिक रहेगी। थकान महसूस होगी। दूर से अच्छे समाचार नहीं मिलेंगे। तनाव रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें।
कन्या
नौकरी में कार्यकुशलता का विकास होगा। निवेश शुभ रहेगा। जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी। रचनात्मक कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पठन-पाठन व लेखन आदि में मन लगेगा। व्यापार खूब चलेगा।
तुला
मान-सम्मान मिलेगा। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा। सामाजिक कार्यों में भाग लेने की इच्छा जागृत होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी संतुष्ट व प्रसन्न रहेंगे। आय बनी रहेगी। जल्दबाजी व लापरवाही से कोई कार्य न करें। परिवार की चिंता रहेगी।
वृश्चिक
अच्छी तथा उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। प्रसन्नता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय से संतुष्टि रहेगी। शेयर मार्केट में सोच-समझकर हाथ डालें। बाहर जाने का मन करेगा। परिवार के साथ प्रसन्नतापूर्वक समय व्यतीत होगा। नए मित्र बनेंगे। घर में अतिथियों का आगमन हो सकता है। विवाद न करें।
धनु
नौकरी में जवाबदारी बढ़ेगी। ऐश्वर्य के साधनों पर अधिक खर्च हो सकता है। यात्रा से लाभ होगा। रुका हुआ धन प्राप्ति के योग हैं। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य कमजोर हो सकता है। शेयर मार्केट में जोखिम न उठाएं। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। प्रसन्नता रहेगी।
मकर
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यापार से लाभ होगा। रोजगार प्राप्ति में प्रभावशाली व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में जवाबदारी बढ सकती है। निवेश शुभ रहेगा। सभी कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। मित्रों के साथ बाहर जाने की योजना बनेगी। व्यस्तता रहेगी। प्रमाद न करें।
कुंभ
नई योजना बनेगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। काफी समय से अटके कार्यों को पूर्ण करने का समय अनुकूल है, लाभ लें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। विवाद से बचें। कीमती वस्तु गुम या चोरी हो सकती है। थकान रहेगी।
मीन
व्यवसाय ठीक चलेगा। आय से संतुष्टि नहीं होगी। धैर्य रखें। फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। कुसंगति से हानि होगी। कोई भी बड़ा निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। चोट व रोग से बाधा संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।
दिनाँक:- 06/02/2023, सोमवार
प्रतिपदा, कृष्ण पक्ष,
फाल्गुन
""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)
तिथि---------- प्रतिपदा 26:18:00 तक
पक्ष------------------------- कृष्ण
नक्षत्र-------- आश्लेषा 15:02:14
योग---------- सौभाग्य 15:23:47
करण----------- बालव 13:08:54
करण----------- कौलव 26:18:00
वार----------------------- सोमवार
माह---------------------- फाल्गुन
चन्द्र राशि-------- कर्क 15:02:14
चन्द्र राशि------------------- सिंह
सूर्य राशि------------------- मकर
रितु------------------------- वसंत
आयन------------------ उत्तरायण
संवत्सर------------------- शुभकृत
संवत्सर (उत्तर) ----------------------नल
विक्रम संवत---------------- 2079
गुजराती संवत-------------- 2079
शक संवत-------------------1944
वृन्दावन
सूर्योदय--------------- 07:04:26
सूर्यास्त--------------- 18:02:23
दिन काल------------- 10:57:57
रात्री काल------------- 13:01:24
चंद्रोदय---------------- 18:35:32
चंद्रास्त---------------- 31:23:37
लग्न---- मकर 22°48' , 292°48'
सूर्य नक्षत्र------------------ श्रवण
चन्द्र नक्षत्र---------------- आश्लेषा
नक्षत्र पाया------------------- रजत
पद, चरण
डे---- आश्लेषा 08:20:18
डो---- आश्लेषा 15:02:14
मा---- मघा 21:43:37
मी---- मघा 28:24:24
ग्रह गोचर
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मकर 22 : 29 श्रवण , 4 खो
चन्द्र =कर्क 23°:23, अश्लेषा , 2 डू
बुध =धनु 28 °: 34' पूo षा o ' 1 भे
शुक्र=कुम्भ 17°05, शतभिषा ' 4 सू
मंगल=वृषभ 17°30 ' रोहिणी' 3 वी
गुरु=मीन 12°30 ' उ o भा o, 3 झ
शनि=कुम्भ 01°43 ' धनिष्ठा ' 3 गु
राहू=(व) मेष 14°10 भरणी , 1 ली
केतु=(व) तुला 14°10 स्वाति , 3 रो
शुभा$शुभ मुहूर्त
राहू काल 08:27 - 09:49 अशुभ
यम घंटा 11:11 - 12:33 अशुभ
गुली काल 13:56 - 15:18 अशुभ
अभिजित 12:11 - 12:55 शुभ
दूर मुहूर्त 12:55 - 13:39 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:07 - 15:51 अशुभ
वर्ज्यम 28:24* - 30:11* अशुभ
गंड मूल अहोरात्र अशुभ
चोघडिया, दिन
अमृत 07:04 - 08:27 शुभ
काल 08:27 - 09:49 अशुभ
शुभ 09:49 - 11:11 शुभ
रोग 11:11 - 12:33 अशुभ
उद्वेग 12:33 - 13:56 अशुभ
चर 13:56 - 15:18 शुभ
लाभ 15:18 - 16:40 शुभ
अमृत 16:40 - 18:02 शुभ
चोघडिया, रात
चर 18:02 - 19:40 शुभ
रोग 19:40 - 21:18 अशुभ
काल 21:18 - 22:55 अशुभ
लाभ 22:55 - 24:33* शुभ
उद्वेग 24:33* - 26:11* अशुभ
शुभ 26:11* - 27:48* शुभ
अमृत 27:48* - 29:26* शुभ
चर 29:26* - 31:04* शुभ
होरा, दिन
चन्द्र 07:04 - 07:59
शनि 07:59 - 08:54
बृहस्पति 08:54 - 09:49
मंगल 09:49 - 10:44
सूर्य 10:44 - 11:39
शुक्र 11:39 - 12:33
बुध 12:33 - 13:28
चन्द्र 13:28 - 14:23
शनि 14:23 - 15:18
बृहस्पति 15:18 - 16:13
मंगल 16:13 - 17:08
सूर्य 17:08 - 18:02
होरा, रात
शुक्र 18:02 - 19:08
बुध 19:08 - 20:13
चन्द्र 20:13 - 21:18
शनि 21:18 - 22:23
बृहस्पति 22:23 - 23:28
मंगल 23:28 - 24:33
सूर्य 24:33* - 25:38
शुक्र 25:38* - 26:43
बुध 26:43* - 27:48
चन्द्र 27:48* - 28:54
शनि 28:54* - 29:59
बृहस्पति 29:59* - 31:04
उदयलग्न प्रवेशकाल
मकर > 04:44 से 06: 28 तक
कुम्भ > 06: 28 से 08:16 तक
मीन > 08: 16 से 09:38 तक
मेष > 09:38 से 11:14 तक
वृषभ > 11:14 से 13:10 तक
मिथुन > 13:10 से 15:38 तक
कर्क > 15:38 से 18:42 तक
सिंह > 18:42 से 19:54 तक
कन्या > 19:54 से 10:02 तक
तुला > 10:02 से 01:24 तक
वृश्चिक > 01:24 से 02:36 तक
धनु > 02:36 से 04: 38 तक
विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय) संस्कार
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
अग्नि वास ज्ञान
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
16 + 16 + 2 + 1 = 35 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
ग्रह मुख आहुति ज्ञान
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
चंद्र ग्रह मुखहुति
शिव वास एवं फल -:
16+ 16 + 5 = 37 ÷ 7 = 1 शेष
कैलाश वास = शुभ कारक
भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
विशेष जानकारी
*मकरे बुध
शुभ विचार
दीपो भक्षयते ध्वान्तं कज्जलं च प्रसूयते ।
यदन्नं भक्ष्यते नित्यं जायते तादृशी प्रजा ।।
।। चा o नी o।।
दीपक अँधेरे का भक्षण करता है इसीलिए काला धुआ बनाता है. इसी प्रकार हम जिस प्रकार का अन्न खाते है. माने सात्विक, राजसिक, तामसिक उसी प्रकार के विचार उत्पन्न करते है.
सुभाषितानि
गीता -: राजविद्याराजगुह्य योग अo-09
यथाकाशस्थितो नित्यं वायुः सर्वत्रगो महान् ।,
तथा सर्वाणि भूतानि मत्स्थानीत्युपधारय ॥,
जैसे आकाश से उत्पन्न सर्वत्र विचरने वाला महान् वायु सदा आकाश में ही स्थित है, वैसे ही मेरे संकल्प द्वारा उत्पन्न होने से संपूर्ण भूत मुझमें स्थित हैं, ऐसा जान॥,6॥
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