Business : ये है चाय की ऐसी दुकान, जहां क्रिप्टो में भी कर सकते हैं पेमेंट, मिलिए शुभम सैनी से और जानिए कैसे आया ये आइडिया
Hryana News Post : आपने अक्सर लोगों को बाजार से कुछ सामान खरीदने के बदले में यूपीआई से पेमेंट करते देखा होगा। डिजिटल के दौर में आजकल लगभग हर दुकान पर स्कैनर रखे होते हैं जिन्हें आप स्कैन करके पेमेंट कर सकते हैं। लेकिन आपने शायद ही ऐसी कोई दुकान देखी होगी, जहां आप क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट कर सकते हैं।
जीं हां, ऐसी एक दुकान बेंगलुरु में है जो इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। खास बात ये है कि ये एक चाय की दुकान है, जहां आप चाय पीने के बाद इसकी पेमेंट क्रिप्टोकरंसी में कर सकते हैं। इस कारण क्रिप्टोकरेंसी की समझ रखने वाले लोगों के बीच यह टी- स्टाल काफी लोकप्रिय हो गया है।
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कैसे आया क्रिप्टो में पेमेंट का आइडिया
एक रिपोर्ट के अनुसार यह चाय की दुकान हरियाणा के रेवाड़ी निवासी शुभम सैनी ने शुरू की है। 22 वर्षीय शुभम सैनी ने यहां The Frustrated Drop Out नाम से चाय की दुकान शुरू की है। शुभम के मन में क्रिप्टो के जरिए पेमेंट का आइडिया ग्राहकों की पेशकश के बाद आया।
यहां ग्राहकों ने चाय पीने के बाद शुभम को बिटकाइन में पेमेंट देने की बात कही। इसके बाद शुभम सैनी ने अपनी चाय की स्टाल पर क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट के तौर पर स्वीकार करना शुरू कर दिया, क्योंकि शुभम खुद भी पहले से क्रिप्टोकरेंसी के प्रति उत्साही था।
शुभम सैनी ने बताया कि कोई भी ग्राहक जो भुगतान करना चाहता है, उसे यूपीआई की तरह ही क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा, INR को डॉलर में बदलना होगा और फिर क्रिप्टो में भुगतान करना होगा ।
क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट का क्रेज बढ़ा
शुभम सैनी ने बताते हैं कि बिटकॉइन को पेमेंट के तौर पर स्वीकार करने से उनके कारोबार में भी इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि औसतन एक सप्ताह में लगभग 20 नए ग्राहक अपनी खरीदारी के भुगतान के लिए क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करते हैं।
डेढ़ लाख के बनाए 30 लाख रुपए
शुभम ने बताया कि 2020 में क्रिप्टो बाजार में 60 प्रतिशत की गिरावट आई। तभी कई निवेशकों की तरह सैनी ने अपनी सारी पॉकेट मनी क्रिप्टोकरेंसी खरीदने में लगा दी। उन्होंने1.5 लाख रुपये का निवेश किया था और कुछ ही महीनों में पोर्टफोलियो में 1000 फीसदी का उछाल आ गया।
शुभम के डेढ़ लाख बढ़कर 30 लाख रुपये हो गए थे।
इसके बाद उन्होंने माता-पिता से पैसे मांगना बंद कर दिया, यहां तक कि अपने कॉलेज की फीस भी खुद ही भरने लगे और एक शानदार जीवन जीने लगे। इसके साथ ही उन्होंने आखिरी सेमेस्टर में कॉलेज छोड़ दिया और फुल टाइम क्रिप्टो ट्रेडिंग करने लगे।
आसमान छुआ, जमीन पर आए फिर से चढ़ने लगे
अगले साल जैसे ही क्रिप्टो बाजार नीचे आया, शुभम के क्रिप्टो पोर्टफोलियो में लगभग 90 प्रतिशत की गिरावट आ गई। उन्होंने बताया कि मैं वापस वहीं आ गया, जहां से मैंने शुरू किया था। 30 लाख रुपए से सीधा 1 लाख रुपए पर। विश्वास नहीं हो रहा था कि एक रात, मेरे जीवन में इतना कुछ बदल सकती है।
इस घटना ने शुभम को कुछ और करने के लिए मजबूर कर दिया। शुभम ने अपना आईफोन बेच दिया और माराथल्ली में चाय का स्टॉल खोला और इसके बाद P2P पेमेंट प्लेटफॉर्म का आइडिया आया। जब ग्राहकों ने पहली बार बिटकॉइन के जरिए अपनी चाय की कीमत चुकाने की कोशिश की तो वह हैरान भी था और परेशान भी।
चाय जैसी साधारण चीज खरीदने के लिए क्रिप्टो का इस्तेमाल करने की लोकप्रियता ने उनके इस काम को बढ़ने में मदद की है। उन्होंने बताया है कि वह क्रिप्टो पेमेंट लेने के लिए पैक्सफुल क्रिप्टो प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें लगने लगा कि वे क्रिप्टो की दुनिया के अगले राकेश झुनझुनवाला है। क्रिप्टो ने फिर से शुभम की जिंदगी बदलकर रख दी है।
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