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Health News : डायबिटीज में स्मोकिंग करने से होता है हार्ट और किडनी को नुकसान

Health News : डायबिटीज में स्मोकिंग करने से होता है हार्ट और किडनी को नुकसान 
Health : इस बीमारी के कारण नर्व्स डैमेज  होने का खतरा काफी ज्याद बढ़ जाता है साथ ही घावों को भी ठीक होने में काफी ज्यादा समय लगता है।सामान्य अवस्था में सभी के यूरिन में ऐल्बुमिन पाया जाता है लेकिन किडनी की बीमारी के कारण यूरिन में ऐल्बुमिन की मात्रा बहुत बढ़ जाती है।

Haryana News Post :  Health Tips :  यदि आप या आपके परिवार में कोई परिचित डायबिटीज से पीडि़त है और वह स्मोकिंग करता है तो यह सेहत के लिए घातक साबित हो सकता है। सिगीरेट में पाए जाने वाले केमिकल्स कोशिकाओं को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके चलते डायबिटीज के रोगियों के शरीर में इंसुलिन के प्रति रिस्पॉन्स करना बिल्कुल बंद कर देता है। 


डायबिटीज को एक क्रॉनिक डिजीज भी कहा जाता है। क्योंकि इस समस्या को कभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता। परंतु यदि हम लाइफस्टाइल में बदलाव करें तो इसे कंट्रोल में किया जा सकता है।

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बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो डायबिटीज से पीड़ित होने के बाद भी स्मोकिंग करते हैं। ये आपकी सेहत के लिए घातक साबित हो सकता है। जब डायबिटीज के मरीज धूम्रपान करते हैं तो ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। डायबिटीज की समस्या तब बढ़ती है जब पैनक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाता है। इसके कारण शरीर में ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ जाता है। डायबिटीज की समस्या को डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करके ही कंट्रोल कर पाना संभव है।  


इस स्थिति में डायबिटीज को मैनेज करना आपके लिए काफी कठिन हो सकता है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और स्मोकिंग करते हैं तो आइए जानते हैं इससे आपको किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। 
ऐल्ब्युमिनमेह- ऐल्ब्युमिनमेह की समस्या होने पर यूरिन में असामान्य मात्रा में ऐलब्युमिन पाया जाता है। यह एक प्रकार का प्रोटीन होता है।

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इस बीमारी के कारण नर्व्स डैमेज  होने का खतरा काफी ज्याद बढ़ जाता है साथ ही घावों को भी ठीक होने में काफी ज्यादा समय लगता है।सामान्य अवस्था में सभी के यूरिन में ऐल्बुमिन पाया जाता है लेकिन किडनी की बीमारी के कारण यूरिन में ऐल्बुमिन की मात्रा बहुत बढ़ जाती है।

धमनियों का कठोर होना- स्मोकिंग करने से डायबिटीज के मरीजों की धमनियां काफी ज्यादा कठोर होने लगती हैं जिससे उनकी समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है।
टाइप 2 डायबिटीज- ऐसा देखा जाता है कि जो लोग स्मोकिंग करते हैं उनमें बाकियों की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा काफी ज्यादा पाया जाता है।


हृदय संबंधित दिक्कतें- जिन लोगों को डायबिटीज है, और वे धूम्रपान और तम्बाकू आदि चीजों का सेवन करते हैं तो उन्हें हृदय संबंधित बीमारियों का खतरा काफी ज्यादा होता है। इससे हार्ट अटैक का जोखिम काफी ज्यादा बढ़ जाता है। किडनी संबंधित बीमारियां- डायबिटीज के साथ धूम्रपान करने से किडनी से संबंधित बीमारियों और आंखों के इंफेक्शन का खतरा काफी ज्यादा बढ़ सकता है।

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