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Apple Ber Ki Kheti: हिसार के गजेंद्र दूहन ने कर दिया कमाल, रेड एप्‍पल बेर से कमा रहे नाम और मुनाफा

Apple Ber Ki Kheti: हिसार के गजेंद्र दूहन ने कर दिया कमाल, रेड एप्‍पल बेर से कमा रहे नाम और मुनाफा
Apple Ber Ki Kheti kaise karen: हरियाणा खेती किसानी के लिए मशहर है। हिसार के पेटवार गांव निवासी प्रगतिशील किसान गजेंद्र दूहन भी इसमें नए प्रयोग कर रहे हैं। उन्‍होंने रेड एप्‍पल बेर की खेती शुरू की है। आइए जानते हैं इस बेर की खासियत और खेती का तरीका।

हिसार, Apple Ber Ki Kheti: हरियाणा के हिसार का गांव पेटवार। यहां रहते हैं प्र‍गतिशील किसान गजेंद्र दूहन। इन दिनों वे हरियाणा में रेड एप्‍पल बेर के कारण चर्चा में बने हुए हैं। उन्‍होंने फॉर्म के आधा एकड़ में इसका बगीचा लगाया है और इससे अच्‍छा मुनाफा कमा रहे हैं। आइए जानते हैं उन्‍होंने इसकी शुरुआत कैसे की।

हरियाणा में लगाएं रेड एप्‍पल बेर

गजेंद्र दूहन बताते हैं कि वे पारंपरिक रूप से खेती किसानी में विश्‍वास करते हैं। इसी कड़ी में उन्‍होंने फलों पर रिसर्च किया और इसके बाग लगाए। उन्‍होंने बताया कि हरियाणा की जलवायु रेड एप्‍पल बेर की खेती के लिए उपयुक्‍त है। ऐसे में किसान इसकी पैदावार से अच्‍छी कमाई कर सकते हैं।

कोलकाता से लाए पौध

रेड एप्‍पल बेर का बाग लगाने से पहले गजेंद्र ने इस पर रिसर्च की। उन्‍होंने विशेषज्ञों से चर्चा की और जाना कि हरियाणा में इसकी अच्‍छी पैदावार हासिल की जा सकती है। इसके लिए उन्‍होंने कोलकाता से इसकी पौध मंगवाई और दो साल पहले इसे लगाया। इस साल रेड एप्‍पल बेर की दूसरी फसल है। पहली बार फसल पर फल कम आया था।

स्‍वाद में भी खास है रेड एप्‍पल बेर

रेड एप्‍पल बेर का स्‍वाद जरा हट के है। इसमें काफी पौष्टिक तत्‍व पाए जाते हैं तो हमारी सेहत के लिए आवश्‍यक हैं। गजेंद्र बताते हैं कि इसका स्‍वाद दूसरे बेर से बिलकुल अलग है। इसकी खासियत ये है कि इसका रंग देखते ही आपका मन इस फल को खाने का करेगा।

पैदावार कुदरती निजामे किश्‍तकारी तकनीक

गजेंद्र बताते हैं कि वे जैविक तरीके से इसकी खेती कर रहे हैं। इसके लिए पैदावार कुदरती निजामे किश्‍तकारी तकनीक का उपयोग किया जाता है।

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फसल में किसी प्रकार का कीटनाशक और यूरिया आदि का प्रयोग नहीं किया जाता है। इस प्रकार ऑर्गेनिक तरीके से फसल का फल भी मीठा और गुणों से भरपूर होता है।

लागत और कमाई

गजेंद्र बताते हैं कि एप्पल बेर का पौधा बुवाई के लगभग 2 वर्ष बाद फल देना शुरू कर देता है। इसका पूर्ण विकसित पौधा 70 से 80 किलोग्राम फल का उत्पादन देता है। रिटेल में एप्पल बेर की कीमत लगभग 40 से 50 रुपए/ प्रति किलोग्राम होती है।

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एक हैक्टेयर के खेत में लगभग 700 से 800 एप्पल बेर के पौधे को लगाया जा सकता है। इस तरह से किसान एप्पल बेर की खेती से 12 से 16 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर की मोटी कमाई कर सकते है।

एप्पल बेर की उन्नत किस्में

भारत देश में एप्पल बेर की विभिन्न प्रकार की उन्नत किस्मों की खेती की जाती है। इनमें कश्मीरी एप्पल बेर, थाई एप्पल बेर, छुहारा, गोमा कीर्ति, कैथली, सेव बेर, बनारसी कडाका, उमरान आदि शामिल हैं।

एप्पल बेर की खेती कैसे करें

बता दे रेड एप्पल बेर की खेती एक रोचक और फायदेमंद कृषि है. रेड एप्पल फल मीठे तथा स्वादिष्ट होते है, इसकी खेती में विशेष ध्यान और सावधानी की जरूरत होती है। पहले कदम के रूप में, बीजों का चयन अत्यंत महत्वपूर्ण है जिन्हे उचित गुणवत्ता और पैमाने के अनुसार चुना जाता है।

बीजों को बुवाई के लिए तैयार करके उन्हें सुरक्षित और उचित दूरी पर प्लांट किया जाता है। इसके बाद, पौधों को नियमित रूप से पोषण देना और सिंचाई करना महत्वपूर्ण होता है। साथ ही, इस फसल में रोग और कीट प्रबंधन में भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। 

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