Fasal Girdawari Report: फसल खराबे की ऑनलाइन गिरदावरी प्रमाण पत्र और रिपोर्ट कैसे हासिल करें
पिछले दिनों हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में भरी बारिश और ओले गिरने से काफी फसल खराब हुई है। राज्य सरकारों ने इसकी गिरदावरी के भी आदेश दिए हैं। आज हम आपको इसकी जानकारी देंगे की आप कैसे फसल खराबे की ऑनलाइन गिरदावरी प्रमाण पत्र और रिपोर्ट कैसे हासिल करें।
चंडीगढ़, Fasal Girdawari Report: फसल गिरदावरी के मध्यम से सरकार को पता चलता है, की कितने क्षेत्र में कौनसी फसल थी। इस रिपोर्ट को लाने का एक उद्देश्य यह भी हो सकता है, की किसानों को फसल में प्राकृतिक नुकसान की भरपाई हो सके।
फसल की गिरदावरी के लाभ
यदि बारिश कम हो या फिर ज्यादा वर्षा होने पर सरकार आपकी गिरदावरी के हिसाब से फसल के नुकसान की भरपाई करेगी या फिर सहायता राशि प्रदान करेगी। यदि बीमित फसल के खराब होने या प्राक्रतिक नुकसान की भरपाई हेतु, फसलों पर बीमा कराने वाली कंपनियों पर आप दावा कर सकते है।
अपने खेती के तरीकों में सुधार और कई लाभकारी योजनाओ को लाने में राजस्व का लगातार फसल गिरदावरी रिपोर्ट बहुत मायने रखता है। किसानों को फसल गिरदावरी तब जरूर करना चाहिए, जब उसे लगे की मेरी फसल नुकसान हो रहा है या हुआ है। यदि आपकी फसल सूखे की वजह से या फिर अत्यधिक वर्षा होने पर आपकी फसल नष्ट होती दिखाई दे रही है, तो आप इस समय फसलों की गिरदावरी अवश्य करवा ले। गिरदावरी से आपकी फसल के नुकसान की भरपाई सरकार करेगी।
फसल खराबे की ऑनलाइन रिपोर्ट
आज के समय कई राज्यों में फसलों की गिरदावरी आप अपने घर बैठे मोबाइल भी तैयार कर सकते है। समय के हिसाब से जिस प्रकार से तकनीकी क्षेत्र में विकास हो रहा है, ठीक उसी प्रकार ही अब पूरा सिस्टम ऑनलाइन हो रहा है। अब छोटे से बड़े काम ऑनलाइन के मध्यम से ही सफल हो रहे है। मोबाइल एप्लिकेशन के मध्यम से ई-फसल गिरदावरी रिपोर्ट तैयार कर सकते है।
रिपोर्ट के फायदे
सरकार का राजस्व विभाग खरीफ और रबी फसलों के लिए हर साल फसल गिरदावरी रिपोर्ट जारी करता है, ताकि किसानों की फसलों का लेखा-जोखा और प्राकृतिक नुकसान के समय भरपाई हो सके। सरकार किसानों से यह रिपोर्ट इस लिए तैयार करती है, की सरकार को भी अंदाजा लगे की किसान ने इस वर्ष कौनसी फसल करी है और कितने हेक्टर में यह फसल करी है, इस रिपोर्ट का लाना यह भी सरकार का एक मुख्य उद्देश्य हो सकता है।
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मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र के किसान खुद की फसल की बुआई की जानकारी इस रिपोर्ट के ऑफिसियल वेबसाइट पर कर सकता है, जिससे की यह जानकारी सरकार तक पहुंच जाएगी। फसल गिरदावरी 2024 की रिपोर्ट तैयार करने के लिए अब सभी राज्यों में सरकार ने ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है, ताकि किसान अपनी रिपोर्ट खुद ही बना सके।
मोबाईल पर मिलेगी रिपोर्ट
पहले फसल गिरदावरी की रिपोर्ट तैयार करने के लिए पटवारी या फिर अन्य सरकारी कर्मचारियों के पीछे चक्कर लगने पड़ते थे | परंतु आज के समय में ऐसा बिलकुल भी नही है, आज आप फसल गिरदावरी की रिपोर्ट आप अपने मोबाइल फोन से भी तैयार कर सकते है या फिर आप ई-फसल गिरदावरी के लिए आप इस की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन मध्यम से बना सकते है। नोट- जिन राज्यों में राजस्व सुविधाओं की ऑनलाइन व्यवस्था नहीं है, वे अपनी फसल के लिए राजस्व शाखा में जाकर अवश्य कराये।
गिरदावरी प्रमाण पत्र कृषि से संबंधित एक आधिकारिक प्रमाण पत्र या दस्तावेज होता है| इस प्रमाण पत्र में आपके खेत में हुई फसल की सम्पूर्ण जानकारी होती है, जैसे बुवाई का रकबा, औसत उत्पादन, बुवाई सीजन, फसल दशा आदि।
फसलों की गिरदावरी कराने के लिए आपसे किसी भी प्रकार का शुल्क / रुपए नही लिए जाते है, सरकार की और से यह रिपोर्ट तैयार करना बिलकुल ही फ्री है।
ऑफलाइन माध्यम से तैयार होने वाले गिरदावरी प्रमाण पत्र, राजस्व के पटवारी कर्मचारी द्वारा जारी होता है।
पहले यह रिपोर्ट केवल ऑफलाइन पटवारी द्वारा तैयार होती थी, परंतु बढ़ते तकनीकी क्षेत्र से यह रिपोर्ट ऑनलाइन भी जारी होने लगी। जिन राज्यों और किसानों को गिरदावरी की ऑनलाइन नहीं कराना है, वो नजदीकी राजस्व शाखा में जाकर अपनी फसल की गिरदावरी करा सकता है।
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