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Pusa Krishi Vigyan Mela 2024: अभी नहीं लगेगा पूसा कृषि विज्ञान मेला, ये है खास कारण, अगली तारीख की घोषणा जल्द होगी

Pusa Krishi Vigyan Mela 2024: अभी नहीं लगेगा पूसा कृषि विज्ञान मेला, ये है खास कारण, अगली तारीख की घोषणा जल्द होगी 
Pusa Krishi new date: किसान आंदोलन के बीच पूसा कृषि विज्ञान मेला 2024 हुआ स्थगित कर दिया गया है। पूसा कृषि विज्ञान मेला 2024 जिसका आयोजन 28 फरवरी-1 मार्च 2024 को होना था। मेले की अगली तारीख निर्धारित होने पर सूचित किया जाएगा।

नई दिल्ली, Pusa Krishi Vigyan Mela 2024 : मेले के स्थगन का एक बड़ा कारण किसान आंदोलन हैं। किसानों के दिल्ली कूच मार्च के कारण दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर को बंद कर दिया गया हैं। इसके कारण किसानों को दिल्ली आने की इजाजत नहीं हैं, क्योकि इन किसानों की आड़ में आंदोलनकारी किसान भी दिल्ली में घुस सकते हैं। इसलिए कुछ समय के लिए पूसा कृषि विज्ञान मेला को स्थगित कर दिया गया हैं।

पूसा कृषि विज्ञान मेला 2024 स्थगित

आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर) के निदेशक डॉ. अशोक कुमार सिंह ने मेले के स्थगन के बारें में जानकारी देते हुए कहा कि पूसा कृषि विज्ञान मेला 2024 जिसका आयोजन 28 फरवरी से 1 मार्च को होना था, फिलहाल उसे स्थगित कर दिया गया हैं। मेले की अगली तारीख निर्धारित होने पर किसानों को सूचित कर दिया जाएगा। हांलाकि संस्थान के बीज उत्पादन इकाई से बीज की बिक्री जारी रहेगी।

ऑनलाइन बुकिंग शुरू

उन्होंने बताया कि किसान संस्थान की बीज उत्पादन इकाई से बीज की खरीदी  कर सकते हैं। संस्थान के बीज उत्पादन स्टॉल खुले हैं, यहां बिक्री जारी रहेगी। इसके अलावा संस्थान ने बीज की ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू कर दी हैं।

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किसान अब ऑनलाइन भी बीज की बुकिंग कर सकते है। लेकिन बीज लेने के लिए किसान को  संस्थान ही जाना होगा, क्योकि अभी डिलीवरी की व्यवस्था नहीं हो पाई हैं। उसकी व्यवस्था भी जल्द ही की जाएगी।

कैसे करें ऑनलाइन बुकिंग

ऑनलाइन बुकिंग करने के लिए सर्वप्रथम किसान  भाई  संस्थान की अधिकारिक वेबसाइट www.iari.res.in पर जाना है। इस वेबसाइट पर आपको पूसा बीज पोर्टल करके एक लिंक दिखाई देगा। जिसपर आपको क्लिक करना हैं। पूसा बीज पोर्टल pusabeej.iari.res.in पर पहुंच जायेंगे।

ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

अगर आप चाहे तो आप सीधे ये (pusabeej.iari.res.in) वेब लिंक डालकर पूसा बीज पोर्टल में भी जा सकते हैं। इस पोर्टल की हॉम स्क्रीन पर जाने के बाद आपको सर्वप्रथम अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।

अपना रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको वेबसाइट की हॉम स्क्रीन पर रजिस्ट्रेशन का ऑप्शन दिखाई देगा।

इस पर क्लिक करने पर ये पोर्टल आपसे आपकी जानकारी मांगेगा जहां आपको अपनी सारी जानकारी को स्पष्ट रूप से भरना होगा।

आपको ध्यान रखना हैं वहां जिन जानकारियो में स्टार लगाया गया हैं यानि वे जानकारी जरूरी है तो इनको आपको अच्छी तरह से भरना होगा।

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इनको भरने के बाद आप इसको रजिस्टर कर दें और ई-मेल वेरिफिकेशन के बाद अपनी आई-डी को लॉगिन करें।

लॉगिन करने बाद आपको संस्थान के सभी फसलों के बीजों की किस्में दिखाई देंगी।

यहां आपको जिस फसल के बीज चाहिए उसका पैकेट साइज और उसकी मात्रा को आपकी आवश्यकता अनुसार डाल सकते हैं।

ये करने के बाद आपको इसे अपनी आई-डी में एड करना होगा, जहां आपको वही नीचे एड टू कार्ड का आप्शन दिखाई देगा।

इस प्रकार आप किसी भी किस्म के बीज की ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।  

300 से अधिक स्टॉल

पूसा कृषि विज्ञान मेला में किसानों के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, के साथ ही राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, आईसीएआर के संस्थानों सहित 300 से अधिक स्टॉल लगते हैं।

मेले की शुरुआत कब हुई 

पूसा कृषि मेले की शुरुआत 1972 में हुई थी, मेले के माध्यम से किसानों को न केवल कृषि की नई तकनीक की जानकारी होती है, साथ ही तीन दिन के कृषि मेले में आधुनिक कृषि गोष्ठियों में किसान वैज्ञानिकों से सीधे संवाद भी कर सकते हैं।

इंतजार कर रहे थे किसान 

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में लगने वाले चर्चित पूसा किसान मेले का किसान साल भर इंतज़ार करते हैं, जहाँ पर उन्हें नए उन्नत बीज और नई तकनीक की जानकारी एक ही जगह पर मिल जाती है।

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इस बार फरवरी महीने के आखिर में मेले का आयोजन किया जा रहा था। जिसे स्थगित कर दिया गया है।

मेले की विशेषताएं

तकनीकी प्रदर्शनियां: इस मेले में कृषि तकनीकों के प्रदर्शन का एक विशेष आकर्षण है. नवीनतम किसान यंत्र, स्मार्ट खेती तकनीक, बीज विकास और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों पर प्रदर्शन होगा। 

विभिन्न विषयों पर सेमिनार और कार्यशालाएं: विभिन्न खेती से संबंधित विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी जो किसानों को नई तकनीकों और अनुसंधानों से अवगत कराएंगी। 

किसान-उद्यमी मिलन सभा: इस मेले में किसानों और उद्यमियों के बीच एक मिलन सभा आयोजित की जाएगी, जो उन्हें अपने अनुसंधान और उत्पादों को एक दूसरे के साथ साझा करने का एक अच्छा अवसर प्रदान करेगी। 

आर्थिक योजनाएं और समर्थन: सरकार के प्रति किसानों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, इस मेले में विभिन्न योजनायें और समर्थन कार्यक्रम भी होंगे। 

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