निवेशों को देखकर Gautam Adani के भी एयरलाइन लाने के कयास
नई दिल्ली। Ahmedabad Airport: एशिया के सबसे अमीर व्यवसायी गौतम अडानी गौतम अडानी इन दिनों तेजी से नए-नए बिजनेस शुरू कर रहे हैं और इसे देखते हुए उनके अपनी एयरलाइन लाने की भी अटकलें तेज हो गई हैं। हाल ही में अडानी ग्रुप द्वारा देश के सबसे पुराने एमआरओ एयरवर्क्स का अधिग्रहण किए जाने की खबर आई थी। देश की दूसरी सबसे पुरानी मेंटनेंस मरम्मत व ओवरहाल (एमआरओ) कंपनी को उसने 400 करोड़ रुपए में खरीदा है। अब उनके द्वारा अहमदाबाद एयरपोर्ट को और विकसित करने के मकसद से उसमें लगभग 10 हजार करोड़ का निवेश किए जाने की खबर है। इन्हीं निवेशों को देखकर लग रहा है कि अडानी भी अपनी एयरलाइन लाने के प्लान में हैं।
अमदाबाद एयरपोर्ट में 10 हजार करोड़ का निवेश
अडानी ग्रुप नए के साथ पुराने बिजनेस को भी तेजी से बढ़ा रहा है। एक रिपार्ट के मुताबिक 2023-2027 के बीच इस ग्रुप के अहमदाबाद एयरपोर्ट के विकास के लिए 10 हजार करोड़ का निवेश करने की खबरें हैं। अहमदाबाद एयरपोर्ट की पैसेंजर हैंडलिंग को तीन गुना बढ़ाने की उसकी प्लानिंग है। इस एयरपोर्ट की क्षमता अभी लगभग नौ मिलियन यात्रियों की है। इसे बढ़ाकर 28 मिलियन करने की योजना है। कंपनी ने हालांकि इस पर फिलहाल आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
अहमदाबाद एयरपोर्ट को रीजनल हब बनाने का प्लान
रिपोर्ट के अनुसार अडानी ग्रुप का अहमदाबाद एयरपोर्ट को रीजनल हब बनाने का प्लान है। यहां से जामनगर, भुज, भावनगर व कांडला को कनेक्ट करने की भी तैयारी की जा रही है। नवंबर 2020 से ही अहमदाबाद एयरपोर्ट का नियंत्रण कंट्रोल अडानी ग्रुप के पास है। अगले तीन साल यानी 2025 तक एयरपोर्ट का कॉमर्शियल एरिया 2000 स्क्वायर फुट से बढ़ाकर 9000 स्क्वायर फुट करने की योजना है। इसी के साथ इस एयरपोर्ट पर अडानी ग्रुप ज्यादा आउटलेट खोलने की भी तैयारी में है।
Also Read: Diwali Gift Tips: घर में नकारात्मक ऊर्जा भी लाते हैं कुछ गिफ्ट्स, जानिए कौन-कौन से हैं यें गिफ्ट्स
वर्तमान में अडानी ग्रुप के नियंत्रण में हैं ये एयरपोर्ट
अडानी ग्रुप के पास इस समय तिरुवनंतपुरम, अहमदाबाद, गुवाहाटी, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, और मंगलुरू एयरपोर्ट हैं। यह समूह इन सात एयरपोर्ट का संचालन करता है। सरकार की ओर से 2019 में बोली मांगी गई थी। अडानी ग्रुप ने टेंडर जीता था और उसके बाद उसके हाथ इन एयरपोर्ट का संचालन चला गया। अगर गौर किया जाए तो हाल के कुछ वर्षों के दौरान अडानी ग्रुप ने एविएशन सेक्टर में बहुत तेजी से निवेश किया है।
Also Read: वाट्सएप पर आ रहे केबीसी में इनाम जीतने के फ्रॉड मैसेज, जानिए कैसे बचें साइबर क्रिमिनल्स से
1951 में दो दोस्तों ने की थी एयरवर्क्स की स्थापना
अडानी ग्रुप की कंपनी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (एडीएसटीएल) ने एमआरओ एयरवर्क्स को खरीद है। यह हालिया अधिग्रहण ग्रुप को विमान रखरखाव वर्टिकल - एयरलाइन, बिजनेस जेट व डिफेंस में रखरखाव क्षमता प्रदान करेगा। वर्ष 1951 में दो दोस्तों बीजी मेनन व पीएस मेनन द्वारा स्थापित, एयरवर्क्स की 27 शहरों में मौजूदगी है। इनमें मुंबई, होसुर व कोच्चि में हैंगर शामिल हैं। देश का सबसे पुराना निजी एमआरओ इंदामेर एविएशन 1947 में स्थापित किया गया था। एयरवर्क्स में छह निवेशक हैं और इसने 2007 में जीटीआई समूह व पुंज लॉयड से अपना पहला बाहरी वित्त पोषण हासिल किया था। मेनन सहित सभी मौजूदा निवेशक लेनदेन के बाद कंपनी से बाहर निकल जाएंगे।
Also Read: High Blood Pressure: जानिए किन चीजों से बढ़ता है बीपी, चेक करने का सही समय क्या?
इन कारोबार में भी मारी है एंट्री
एविशएन की दुनिया में आज लिमिटेड खिलाड़ी ही मौजूद हैं। अंबानी-अडानी जैसे अरबपति अब तक इस कारोबार से दूर हैं। इसलिए मुमकिन है कि आने वाले समय में ये लोग भी एविएशन में कूदें। गौतम अडानी ने हाल ही में सीमेंट के कारोबार में भी एंट्री मारी है। उनके टेलिकॉम क्षेत्र में भी उतरने के अनुमान हैं। देखना यह दिलचस्प होगा कि वह कब तक अपनी एयरलाइन लाते हैं। इसको लेकर इसलिए ज्यादा कयास लगाए जा रहे हैं, क्योंकि उनके पास एयरपोर्ट्स हैं ही। इसके अलावा अडानी ग्रुप ने एयरलाइन एविएशन मेंटेनेंस की कंपनी भी ले ली है।
Also Read: न्यूयॉर्क के स्कूलों इस बार Diwali 2022 पर होगी छुट्टी, जानिए क्या है कारण