1. Home
  2. National

Election Results 2022: गुजरात में भाजपा ने लगातार 7वीं बार लहराया जीत का परचम

Election Results 2022: गुजरात में भाजपा ने लगातार 7वीं बार लहराया जीत का परचम
Election Results: हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की परम्परा का निर्वाह हुआ। लेकिन गुजरात में लगातर सातवीं बार जीत दर्ज कर भाजपा ने नया अध्याय लिखा है। यहां आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने अपने चिर परिचित अंदाज में वादों की झड़ी लगा दी थी।

Election Results 2022: हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की परम्परा का निर्वाह हुआ। लेकिन गुजरात में लगातर सातवीं बार जीत दर्ज कर भाजपा ने नया अध्याय लिखा है। यहां आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने अपने चिर परिचित अंदाज में वादों की झड़ी लगा दी थी।

बेशुमार मुफ्त रेवड़ी का सब्जबाग दिखाया था। उधर कांग्रेस को अपनी भारत जोड़ो यात्रा के व्यापक असर का सपना देखा था। लेकिन गुजरात के मतदाताओं ने विकास और विचारधारा पर अपना विश्वास बनाए रखा। आम आदमी पार्टी का जन्म अन्ना हज़ारे के आंदोलन से हुआ था।

इसने अलग ढंग की राजनीति शुरू करने का दावा किया था। कांग्रेस के साथ सरकार ना बनाने की कसम खाई थी। लेकिन दिल्ली में कांग्रेस के सहयोग से पहली बार सरकार बनाई थी। अपने को छोड़ कर सभी पार्टियों के नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।

ये भी पढ़ें: एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा बीसीसीआई का फैसला नहीं, सरकार पर निर्भर करता है निर्णय: रोजर बिन्नी

फिर विपक्ष के उन्हीं नेताओं के साथ मंच पर एकता का प्रदर्शन करने लगे। नितिन गडकरी ने मानहानि का दावा ठोंका, तो एक एक कर सभी से माफी मांग ली। कांग्रेस के साथ सहयोग से आप सरकार ज्यादा नहीं चली, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने इस अल्प समय में उसके सारे दांव पेंच सीख लिए।

इसमें तुष्टीकरण का दांव इन्हें खूब पसन्द आया इसमें मुफ्त रेवड़ी जोड़ दी। दुकान चल निकली। इस प्रतिस्पर्धा में कांग्रेस के अस्तित्व पर बन आई। दिल्ली में कांग्रेस का वोट आप के साथ हो गया। राहुल गांधी की यात्रा का प्रतिकूल प्रभाव हुआ।

दूसरी तरफ गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने विकास और विचार को प्रमुख मुद्दा बनाया। इन्हीं मुद्दों के बल पर तीन दशकों से भाजपा को वहाँ सफ़लता मिल रही है। नरेन्द्र मोदी,अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, राजनाथ सिंह आदि ने चुनावी सभाओं में इन्हीं मुद्दों को उठाया।

ये भी पढ़ें: सानिया मिर्जा और शोएब मलिक की लाइफ में कौन सा तूफान आया, जानिए इस पाकिस्तानी एक्ट्रेस के बारे में

भाजपा नेताओं ने परम्परागत वैचारिक मुद्दों के साथ ही विकास और सुशासन के विषय उठाए। यह दिखाने का प्रयास किया गया कि भाजपा अन्य पार्टियों से अलग है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी आदि सभी दूसरे पाले में एक साथ है।

इन सभी दलों के पास विकास का कोई एजेंडा नहीं है। बेहिसाब झूठे वादों के द्वारा ये लोग मतदाताओं को लुभाने का प्रयास करते है। लेकिन इनकी असलियत अब सामने आ चुकी है। गुजरात में भाजपा पूरी तरह औरों से अलग दिखाई दे रही है।

उसके मुद्दे भी अलग है। इसमें विकास और सुशासन की प्रबल दावेदारी है। तीन दशकों तक भाजपा ने यहां विकास के मॉडल पर ही जनता का विश्वास कायम रखा है। रक्षामंत्री ने कहा कि गुजरात में भाजपा समान नागरिक संहिता पर अडिग है।

ये भी पढ़ें: ऑस्ट्रेलिया की टीम साउथ अफ्रीका को हराए और हम ऑस्ट्रेलिया को, तभी बनेगी बात

भाजपा के अस्तित्व में आने के बाद से ही समान नागरिक संहिता, कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना हमारा एजेंडा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले गुजरात में आए दिन दंगे होते थे। आतंकी गतिविधियां हुईं। इन आतंकी गतिविधियों को पालने का काम कांग्रेस कर रही थी।

आज आतंकवादी या उनके नेता गुजरात या देश की ओर आंख उठाने की भी हिम्मत नहीं करते। पाक अधिकृत कश्मीर को वापस लेना संसद का संकल्प है। वहां के लोग पाकिस्तान के खिलाफ हैं। गुजरात चुनाव में  भाजपा रिकॉर्ड मतों के साथ जीत हासिल करेगी।

राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रधानमंत्री पर दिए गए बयान को अत्यंत निंदनीय बताया. गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान एक चुनावी सभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना रावण से करने पर कांग्रेस की आलोचना की।

ये भी पढ़ें: बीसीसीआई ने लिया बड़ा फैसला, पुरुष और महिला क्रिकेटरों दोनों को मिलेगा समान वेतन

वस्तुतः कांग्रेस अपशब्दों का इस्तेमाल कर रही है। स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी के संबंध में अपशब्दों का प्रयोग करना अनुचित है. जिस प्रकार के अपशब्दों का प्रयोग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री के लिए किया है वह उनकी मानसिकता ही नहीं, बल्कि पूरी कांग्रेस की मानसिकता का परिणाम है।

कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर बताते हुए कहा कि अगर कांग्रेस ने जो कहा, वह किया होता तो भारत आज दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश होता। भाजपा जो कहती है वह करती है, इसीलिए देश की जनता भाजपा पर भरोसा करती है।

भाजपा ने ध्रुवीकरण की राजनीति न कभी की है और न करेगी. नरेन्द्र मोदी ने विकास और विकास पर ज़न संवाद किया. उन्होंने आदिवासी समाज और उनके विस्तार वाले क्षेत्रों में किए गए कामों को भी गिनाया। देश की प्रथम आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।

ये भी पढ़ें: क्या Diabetes मरीजों के लिए खतरनाक है डेंगू, जानिए कैसे करें बचाव

कांग्रेस ने आदिवासी का सम्मान नहीं किया, लेकिन उन्होंने आदिवासी समाज के प्रेरणास्रोत गोविंद गुरु आदि के सम्मान के लिए काम किए। बिरसा मुंडा की जयंती पर देश में जनजाति गौरव दिवस के रूप मनाने का निर्णय किया।

अंग्रेज के जमाने से आदिवासियों को वन में बांस की खेती करने से रोका जाता था। उन्होंने इस कानून को खत्म कराया, जिससे आदिवासी वनों में बांस की खेती कर आय अर्जित करने में सफल हुए हैं। सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों में जनधन के साथ ही वन धन अकाउंट खुलवाए।

इससे जंगलें में पैदा होने वाली 90 चीजों को सरकार अधिकतम मूल्य देकर खरीदती है। कांग्रेस के लोग ठेकेदारी करते थे, भाजपा के लोग सेवा करते हैं। भाजपा का संकल्प पत्र व्यापक और सर्वस्पर्शी है, जो गुजरात को विकसित होने की दिशा में आगे लेकर बढ़ता दिखाई दे रहा है।

ये भी पढ़ें: बीसीसीआई लेगी कड़े फैसले, रोहित की कप्तानी दांव पर, 2024 विश्व कप से पहले हार्दिक पांड्या बन सकते हैं भारत की टी-20 टीम के कप्तान

उन्होंने लोगों से कहा कि संकल्प पत्र इतना स्पष्ट है कि इससे भाजपा और भी अधिक मतों से जीतने जा रही है। मोदी ने कहा कि 75 साल तक कांग्रेस को यह नहीं सुझा कि डॉक्टर और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी देश की मातृभाषा में होनी चाहिए।

उन्होंने इस पर काम करना शुरू कर दिया है। अधिकारियों को दौड़ाना शुरू किया है, वहीं भ्रष्टाचार को बिल्कुल बंद कराया है। पहले सरकार तय करती थी कि लोगों का घर कैसा होना चाहिए, लेकिन अब जिसे घर में रहना है, वह तय करता है कि उसका घर कैसा होगा।

मोदी ने बताया कि अब तक देश में इस योजना के तहत 3 करोड़ घर बन गए, जो फुटपाथ और झोपड़ी में रहते थे, उनका घर बना है। गुजरात में दस लाख पक्के मकान बन गया। सात लाख लोगों ने दिवाली अपने घर में मनाई। आदिवासी पट्टे में दस हजार घर बन गए।

ये भी पढ़ें: नए पब्लिशर के साथ भारत में जल्द वापसी कर सकती है BGMI

देश में इतनी बड़ी महामारी आई थी। सरकार ने गरीब के घर का चूल्हा नहीं बुझने दिया। कोई बच्चा भूखा नहीं सोए यह चिंता की। तीन साल से अस्सी करेाड़ लोगों को मुफ्त अनाज पहुंचाया गया। भरुच में साढ़े आठ लोगों के घर में चूल्हा नहीं बुझने दिया।

इसके बाद वैक्सीन की व्यवस्था की और लोगों की जिन्दगी बचाई। भाजपा सरकार ने एक साथ पूरे देश में वैक्सीन पहुंचाई। दुनिया बदल रही है, लोगों को बुनियादी सुविधाओं के साथ अब मोबाइल चाहिए। इसलिए केन्द्र सरकार डिजिटल इंडिया के मिशन को लेकर चला है।

ये भी पढ़ें: श्रीलंका क्रिकेट ने दनुष्का गुणथिलका को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से किया निलंबित

इसका उद्देश्य सभी को डिजिटल माध्यम में सशक्त बनाना है। भारत में मोबाइल डाटा दुनिया के देशों से सस्ता है। इसके कारण लोगों को बड़ी मात्रा में रोजगार मिल रहे हैं। देश में चार लाख कॉमन सेंटर इसका उदाहरण है।

मोबाइल का उपयोग चिकित्सा के क्षेत्र में होने लगा है, लोग मोबाइल के जरिए शहरों के बड़े चिकित्सकों से घर बैठे इलाज करा रहे हैं। मोदी ने कहा कि अब तो 5जी आ गया है। 4जी और 5जी का अंतर एक साइकिल तो दूसरा विमान के समान है।

ये भी पढ़ें: विराट कोहली की एक दिन की कमाई जानकर चौंक जाएंगे आप, पत्नी अनुष्का भी कमाई के मामले में पीछे नहीं 

हमें ट्विटर और गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें


देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें पाने के लिए अब आप HaryanaNewsPost के Google News पेज और Twitter पेज से जुड़ें और फॉलो करें।