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Jharkhand News: बॉयफ्रेंड से मिलकर बेटी ने करवाई थी अपने रसूखदार पिता की हत्या, पढ़कर हो जाएंगे हैरान

Jharkhand News: बॉयफ्रेंड से मिलकर बेटी ने करवाई थी अपने रसूखदार पिता की हत्या, पढ़कर हो जाएंगे हैरान

Jharkhand News: झारखंड के जमशेदपुर में इसी साल जून के अंतिम सप्ताह में एक व्यक्ति का मर्डर हुआ था। जिस व्यक्ति की गोली मारकर हत्या की गई थी वह कोई छोटा व्यक्ति नहीं बल्कि इलाके के विधायक रह चुके व बाहुबली नेता का साला था।

Jharkhand News: झारखंड के जमशेदपुर में इसी साल जून के अंतिम सप्ताह में एक व्यक्ति का मर्डर हुआ था। जिस व्यक्ति की गोली मारकर हत्या की गई थी वह कोई छोटा व्यक्ति नहीं बल्कि इलाके के विधायक रह चुके व बाहुबली नेता का साला था।

वारदात के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल था। मृतक के दबंग नेता से जुड़े होने के चलते लोग इस बात से डर रहे थे कि कहीं खून का बदला लेने के लिए शहर में गैंगवार न हो जाए। 

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नाम बताने वालों को एक लाख रुपए 

बाहुबली नेता ने अपने साले के हत्यारों का सुराग देने वालों को अपनी ओर से एक लाख रुपए पुरस्कार देने का ऐलान कर दिया। उधर वारदात को लेकर इलाके में प्रदर्शन भी शुरू हो गए थे

जिसके चलते पुलिस पर दबाव बना और आखिर पुलिस ने जांच में तेजी लाते हुए कातिल को ढूंढ लिया। हालांकि इसके बाद की कहानी हतप्रभ करने वाली है। 

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29 जून 2022 को घर में घुसकर मारी गई थी गोली 

वारदात 29 जून की रात लगभग साढे आठ बजे शहर के आदित्यपुर इलाके के एक अपार्टमेंट में हुई थी। आरोपी ने अपार्टमेंट में प्रवेश करके गोली कन्हैया सिंह नाम के शख्स को बिल्कुल करीब से सिर में गोली मारी और मौके से भाग गया।

अस्पताल में डॉक्टरों ने कन्हैया को मृत लाया घोषित कर दिया। उधर हत्या को लेकर इलाके के सब लोग हैरान थे, वो इसलिए क्योंकि यह मर्डर इलाके में हुई अन्य ऐसी वारदातों व अपराधों से कुछ अलग था। 

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हत्या का शिकार हुआ शख्स भी बड़ा ठेकेदार और दबंग था 

दरअसल कन्हैया की गिनती शहर के बड़े ठेकेदारों के साथ ही बड़े दबंगों में भी होती थी। इसी के साथ वह  जमशेदपुर के सबसे बड़े बाहुबली तथा पूर्व विधायक मलखान सिंह का साला भी था। इसलिए वारदात जमशेदपुर ही नहीं, बल्कि समूचे सूबे के लिए बड़ी थी।

कई सवाल उठ रहे थे। चर्चा थी कि क्या यह वारदात किसी गैंगवार का नतीजा थी? या वर्चस्व की लड़ाई इसकी वजह है? या कोई ठेकेदारी का विवाद अथवा पॉलिटिकल मर्डर है। जितनी मुंह उतनी बातें थीं। 

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जांच के लिए बनाई एसआईटी, आखिर कातिल तक पहुंची पुलिस 

प्रदर्शन के चलते दबाव में आई पुलिस के लिए एक्शन लेना भी जरूरी हो गया था। पुलिस ने आनन-फानन में जांच के लिए एक एसआईटी गठित की। इसके बाद जैसे, बदला, दबंगई, नाते-रिश्ते व कारोबार आदि हर पहलू से मामले की जांच शुरू की गई।

बड़ी प्रॉब्लम यह थी कि परिवार के लोग कन्हैया की हत्या को लेकर न तो किसी पर शक कर रहे थे और न ही वे इसका कोई कारण बता रहे थे। अंतत: पुलिस ने टेक्नीकल सर्विलांस की मदद लेनी शुरू की। आस-पास के सीसीटीवी की फुटेज की स्कैनिंग की गई।

इसके अलावा सीडीआर व मोबाइल का डंप डाटा भी खंगाला गया। पुलिस को फिर टेक्नीकल सर्विलांस में वारदात का पहला सुराग सीसीटीवी फुटेज की सूरत में मिला। इसमें कन्हैया का हत्यारा बदहवास भागता दिख रहा था। 

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क्यों इतने बड़े व्यक्ति की हत्या की गई, सीडीआर ने उगला सच 

सीसीटीवी फुटेज क्लियर तो नहीं थी, पर इससे हत्यारे की बॉडी लैंग्वेज आदि का पता चल रहा था। इसी आधार पर पुलिस ने शूटर की पहचान निखिल गुप्ता के रूप में कर ली।

पुलिस ने जब निखिल की कॉल डिलेट रिकॉर्ड  (सीडीआर) निकलवाई, तो बात और साफ हो गई। जिस रात वारदात को अंजाम दिया गया, उस सारी रात को निखिल अपना लोकेशन बदलता गया था। अगले दिन वह शहर से बाहर चला गया था। बड़ा सवाल था कि आखिर निखिल ने कन्हैया सिंह जैसे बड़े शख्स को क्यों मारा।

क्या किसी के इशारे पर उसने उसे गोली मारी। या फिर उसकी कन्हैया से कोई दुश्मनी थी? इसका जवाब भी निखिल के सीडीआर से पुलिस को मिल गया। इसके मुताबिक हत्या से पहले और बाद निखिल की लगातार राजवीर सिंह नाम के एक लड़के से बात हो रही थी।  

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निखिल से बात करने वाला राजवीर कन्हैया की बेटी का ब्वॉयफेंड था 

पुलिस ने यह भी पता लगा लिया कि राजवीर कौन है। दरअसल राजवीर कन्हैया की बेटी अपर्णा का ब्वॉयफ्रेंड था और वह कभी आदित्यपुर में कन्हैया का पड़ोसी था।

इन दिनों परिवार के साथ वह आदित्यपुर से दूर शहर के बिल्कुल दूसरे किनारे डिमना रोड पर रह रहा था। राजवीर की असली पहचान यही थी कि वह अपर्णा का ब्वॉयफ्रेंड था। अपर्णा व राजवीर स्कूल में साथ पढ़े थे और आठवीं से ही दोनों रिलेशनशिप में थे। 

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निखिल बनारस से और राजवीर कोलकाता से दबोचा

पुलिस को निखिल व राजवीर के मोबाइल फोन की लोकेशन और ह्यूमन इंटेलिजेंस से पता चला कि निखिल बनारस में छिपा है और राजवीर कोलकाता में। बिना देरी पुलिस ने दोनों के ठिकानों पर छापेमारी की और उन्हें दबोच लिया।

राजवीर कोलकाता में अपने चाचा के फार्म हाउस से पकड़ा गया। निखिल ने शुरू में थोड़ी झूठी-सच्ची कहानियां सुनाई। फिर उसने गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस को निखिल ने बताया कि उसी ने कन्हैया को गोली मारी थी। 

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चौंकाने वाली है हत्या को अंजाम देने वाली कहानी 

निखिल ने हत्या को अंजाम देने की जो कहानी सुनाई, वह बहुत चौंकानेवाली थी। उसने कहा कि राजवीर ने उसे कन्हैया को मारने की सुपारी दी थी। राजवीर ने भी कन्हैया के कत्ल के पीछे अपना हाथ होने की बात तो कबूल ली पर तफ्तीश में सुपारी की बात भी सही निकली।

राजवीर ने बताया कि वह गत 3 साल से उसकी हत्या करने की फिराक में था। इसी बीच उसकी मुलाकात निखिल गुप्ता से हुई और निखिल कन्हैया के मर्डर के लिए राजी गया। 

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निखिल व राजवीर की कन्हैया से दुश्मनी की अपनी-अपनी वजह थी

दोनों के पास कन्हैया से दुश्मनी की अपनी-अपनी वजह थी। असल में कन्हैया को अपनी बेटी अपर्णा से राजवीर के रिश्तों का पता था और इसी कारण वह न केवल राजवीर को कई बार धमका चुका था, बल्कि उसके साथ उसने मारपीट भी की थी। 

बताते हैं कि कन्हैया ने अपनी बेटी से राजवीर के रिश्तों के कारण ही उसे और उसके घरवालों को इतना टॉर्चर किया था कि वह आदित्यपुर इलाके को छोड़ने पर मजबूर हो गया था। इसी वजह से वह डिमना रोड पर आकर बसा था।

उधर निखिल गुप्ता की मानें तो कन्हैया ने उसे अपने घर के आस-पास घूमता हुआ देख कर कई बार डराया धमकाया था। यानी दोनों ही कन्हैया से खासे नाराज थे और उसकी दबंगई का हिसाब चुकाना चाहते थे।  

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बेटी ने ही अपने पिता  के लोकेशन के बारे में  हत्यारों को जानकारियां उपलब्ध करवाई थी 

पूर्व विधायक मलखान सिंह को इस कहानी पर पूरी तरह विश्वास नहीं था। उनका कहना था कि इस हत्या के पीछे कोई बहुत बड़ी साजिश है। हत्यारों ने उन्हें कमजोर करने के मकसद से उनके साले कन्हैया की हत्या करवाई।

लेकिन जब कत्ल के पीछे की असली कहानी सामने आई तो हर कोई हतप्रभ रह गया। कत्ल के दो किरदार तो पकड़े जा चुके थे, लेकिन इसमें और भी कई किरदार थे। इनमें सबसे अहम और चौंकानेवाला किरदार था अपर्णा सिंह का।

पुलिस ने जब साजिश से पर्दा उठाया तो खुद अपर्णा का चेहरा भी कातिल के तौर पर बेनकाब हो गया। अपर्णा न सिर्फ अपने पिता के कत्ल की साजिश में शामिल थी, बल्कि पुलिस की मानें तो वो अपने आशिक व कातिलों को अपने पिता के मूवमेंट की पल-पल की खबर दे रही थी।

मतलब साफ कि जो बेटी अपने पिता की हत्या के बाद सबसे ज्यादा दुखी नजर आ रही थी, उसी ने अपने पिता की हत्या करवाई थी। पुलिस अपर्णा सिंह को उसके बिहार के पुश्तैनी मकान से गिरफ्तार किया था।

उसकी गिरफ्तारी के साथ ही वारदात से जुड़ी एक से बढ़ कर एक जानकारियां सामने आने लगीं। अपर्णा ने पुलिस को बताया कि पिता की लोकेशन के बारे में उसने ही शूटरों को जानकारी दी थी।

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