Pike County Massacre: बच्ची की कस्टडी की खातिर परिवार ने आठ लोगों को उतारा मौत के घाट

22 अप्रैल 2016 में अमेरिका के ओहियो स्थित पाइक काउंटी शहर में 8 लोगों की गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। केस इतना पेचीदा था कि इसे सोल्व करते-करते एक समय ऐसा भी आया कि पुलिस ने इसकी जांच तक बंद कर दी। लेकिन फिर से यह केस खुला और आरोपियों को पकड़ लिया गया।
 

Pike County Massacre: अमेरिका में हुई आठ लोगों की हत्या का कारण जानकर हर कोई सिहर उठेगा। एक परिवार ने सात  साल पहले 22 साल की बच्ची को पाने के लिए बेरहमी से 8 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वारदात ओहियो प्रांत के पश्चिमी हिस्से में स्थित पाइक काउंटी शहर की है।

22 अप्रैल 2016 को सुबह भाई व बहन जेम्स और बॉबी अपने रिश्तेदारों से मिलने एक घर में पहुंचे थे। जैसे ही वे घर के अंदर घुसे, मंजर देखकर हतप्रभ रह गए। साथ-साथ तीन घर थे और तीनों घरों में सभी रिश्तेदारों के शव पड़े थे। बॉबी ने उसी टाइम पुलिस को फोन किया। 

ये भी पढ़ें: बीसीसीआई ने लिया बड़ा फैसला, पुरुष और महिला क्रिकेटरों दोनों को मिलेगा समान वेतन

पुलिसकर्मियों ने कभी नहीं देखा था ऐसा क्राइम सीन 

पुलिस तभी मौके पर पहुंची और पहले घर में हाल देखकर अधिकारियों के होश उड़ गए। उन्होंने पहले ऐसा क्राइम सीन कभी नहीं देखा था। लिविंग रूप में 48 वर्षीय क्रिस्टोफर का शव पड़ा था। उसे कुल नौ गोलियां मारी गईं थीं।

चार गोलियां सिर, दो आंख और दो दिल पर व एक गोली पांव में मारी गई थी। पुलिस ने जांच में पाया कि क्रिस्टोफर ने खुद को बचाने के लिए हमलावरों से हाथापाई भी की थी, लेकिन वह बचा नहीं पाया। 

ये भी पढ़ें: एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा बीसीसीआई का फैसला नहीं, सरकार पर निर्भर करता है निर्णय: रोजर बिन्नी

दूसरे व उसके बराबर वाले घर में चार शव मिले, बेटे को छोड़ा 

पुलिस जब उसी घरे के दूसरे कमरे में घुसी तो वहां 48 वर्षीय गैरी रॉडन का शव मिला। गैरी, क्रिस्टोफर का कजिन था और उसे भी नजदीक से तीन गोलियां मारी गई थीं। लग रहा था सोते-सोते उसे गोलियां मारी गई हों। एक गोली गैरी के सिर और दो छाती पर मारी गई थीं। इस घर से पुलिस को केवल दो शव मिले।

जांच करते हुए पुलिस बराबर वाले घर में घुसी तो उन्हें वहां क्रिस्टोफर की बेटी हना गिले व  उसके मंगेतर फ्रैंकी रॉडन के शव मिले। ये दोनों एक ही बेड पर सोए थे। साथ में चार माह का बेटा भी सोया था। हना गिले व फ्रैंकी को भी सोते हुए ही तीन-तीन गोलियां मारी गईं थीं।  हमलावर ने बेटे को छोड़ दिया था। 

ये भी पढ़ें: अगर दिवाली और छठ पर जाना है घर तो रेलवे की इन स्पेशल ट्रेनों का उठाएं लाभ

तीसरे घर में मिले तीन शव, यहां भी बच्चे को जिंदा छोड़ा  

पुलिस जब तीसरे घर में दाखिल हुई तो वहां उन्हें हना रॉडन व क्रिस जूनियर के शव मिले। हना रॉडन यहां अपनी सौतेली मां डैना संग रहती थी और वह क्रिस्टोफर की दूसरी बेटी थी। उसने अपनी दो वर्षीय बेटी सोफिया को कुछ दिन के लिए क्रिस्टोफर के पास छोड़ दिया था।

क्रिस जूनियर हना रॉडन का ही रिलेटिव था। इसी घर में डैना का भी शव मिला। डैना को पांच गोलियां मारी गईं थीं, जिनमें चार उसके चेहरे व एक छाती पर लगी थी। बदकिस्मती यह थी कि हना रॉडन ने चार दिन पहले ही दूसरे बच्चे को जन्म दिया था।

हमलावर ने यहां भी बच्चे को जिंदा छोड़ दिया था। क्रिस्टोफर के घर में सोफिया को भी हमलावरों ने जिंदा छोड़ दिया था। अब तक पुलिस को सात शव मिल चुके थे और घटनास्थल पर मौजूद बॉबी और जेम्स सदमे में थे। 

ये भी पढ़ें: क्या Diabetes मरीजों के लिए खतरनाक है डेंगू, जानिए कैसे करें बचाव

कुछ किमी दूर घर में एक और रिलेटिव का शव मिला 

बॉबी और जेम्स को तभी ख्याल आया कि उनका एक और कजिन कैनेथ रॉडन कुछ ही किलोमीटर दूर रहता था। दोनों ने कैनेथ को फोन कर किया पर उसने फोन नहीं उठाया। फिर बॉबी व जेम्स को टेंशन होने लगी। उन्होंने तुरंत पुलिस को बताया।

इसके बाद पुलिस तभी कैनेथ के घर पहुंची तो देखा कि वह भी वहां मृत पड़ा था। उसके सिर पर चार गोलियां लगी थीं। पुलिस ने जांच शुरू की पर कोई सुराग नहीं मिल रहा था। पड़ोसियों ने भी कहा कि उन्होंने कोई गोलियों की आवाज नहीं सुन और उन्हें इस बारे में कुछ भी नहीं पता। 

ये भी पढ़ें: नए पब्लिशर के साथ भारत में जल्द वापसी कर सकती है BGMI

आठ लोगों के सिर्फ सेल फोन गायब, पुलिस का शक गहराया

पुलिस को इस बीच पता चला कि परिवार के पास दो पिटबुल डॉग थे और उनसे हर कोई डरता था।  डर के चलते कोई उनके घर नहीं जाता था। पुलिस हैरान थी कि कुत्तों के होने पर कोई अज्ञात घुसा भी तो वे क्या कुत्त भौंके नहीं? पुलिस ने घर खंगालना शुरू किया तो देखा, मृतकों के सेल फोन भी घर से गायब हैं।

पुलिस ने पाया कि सेल फोन के अलावा घर से कोई सामान गायब नहीं है। पुलिस को फिर समझ आ गया कि सेल फोन्स में कुछ तो जरूर ऐसा होगा जिसके कारण आठ लोगों की हत्या कर दी गई। 

ये भी पढ़ें: पहले विदेशी ऑक्शन के लिए तैयार आईपीएल, इस्तांबुल में हो सकता है आईपीएल 2023 का मिनी-ऑक्शन

नशे का धंधा करते थे क्रिस्टोफर व कैनेथ, ड्रग माफिया पर शक 

सारे शहर में वारदात से सनसनी फैल गई। तमाश कोशिशों के बावजूद वारदात का कोई पुख्ता सबूत न मिलने पर पुलिस भी परेशान हो चुकी थी। फिर पुलिस ने जांच का एंगल बदलकर परिवार की हिस्ट्री खंगालने से इंवेस्टिगेशन शुरू की। इस बीच पता चला कि क्रिस्टोफर व कैनेथ नशे का धंधा करते थे।  

इससे पुलिस का शक सीधे 'द कोर्नब्रेड माफिया' पर गया, जो मैक्सिकन ड्रग माफिया है। पुलिस को लगा, हो सकता है दोनों भाइयों की नशे के कारोबार पर ड्रग माफिया से झड़प हुई हो और इस वजह से  ड्रग माफिया ने सभी को मार दिया हो। 

ये भी पढ़ें: सिडनी में बलात्कार के आरोप में श्रीलंकाई बल्लेबाज दनुष्का गुणथिलका गिरफ्तार

पुलिस ने जगह-जगह पोस्टर लगवाकर लोगों से मांगी मदद 

पुलिस ने 'द कोर्नब्रेड माफिया' का पता लगाना शुरू किया। पता चला कि 'द कोर्नब्रेड माफिया' अपने दुश्मनों को सबक सिखाने के मकसद से किसी भी हद तक जा सकता है। हालांक इस ड्रग माफिया ने कभी किसी का मर्डर नहीं किया था।

पुलिस ने फिर जांच का एंगल बदला और जगह-जगह बोर्ड व  पोस्टर लगवाकर लोगों से मदद मांगी कि यदि किसी को मामले में कुछ भी पता है तो वह पुलिस को बताएं। पुलिस को फोन को बहुत आए, पर हर कोई अलग कहानी बताता था। आखिर पुलिस ने लोगों के फोन उठाने ही बंद कर दिए। 

ये भी पढ़ें: विराट कोहली की एक दिन की कमाई जानकर चौंक जाएंगे आप, पत्नी अनुष्का भी कमाई के मामले में पीछे नहीं

कुछ दुरी पर रहता था क्रिस्टोफर का बिली वैगनर नामक दोस्त

पुलिस को इस इस बीच यह भी पता चला कि क्रिस्टोफर का बिली वैगनर नामक एक दोस्त था और वह भी उनके घर से कुछ दूर परिवार संग रहता था। 2010 में बिली के लड़के जैक वैगनर व हना रॉडन का अफेयर था और यह 2015 तक चला।

उसके बाद दोनों अलग हो गए। पुलिस को इस बात का पता चला तो उन्होंने इस परिवार से भी पूछताछ की, पर इस परिवार ने साफ मना कर दिया। परिवार ने कहा कि उनका इस हत्याकांड से कोई लेना-देना नहीं है। हैरानी की बात यह थी कि जब क्रिस्टोफर व उसके पूरे परिवार की हत्या हुई तो उसके चार दिन बाद ही जैक ने अदालत में अर्जी डालकर सोफिया की कस्टडी अपने पास लेने की कोशिश की।

उन्होंने अदालत में हना रॉडन का लिखा एक पत्र भी दिखाया। हना ने पत्र में लिखा था, अगर मुझे कुछ हो जाता है तो मेरी बेटी की कस्टडी उसके पिता जैक दो दी जाए,पर कोर्ट ने उन्हें सोफिया की कस्टडी नहीं दी।

ये भी पढ़ें: जानिए क्या हैं हड्डियों तक कैंसर फैलने के लक्षण, बन सकता है जानलेवा

पाइक काउंटी छोड़कर अलास्का गया बिली वैगनर का परिवार, साल बाद फिर लौटा 

जैक वैगनर का पूरा परिवार इस पाइक काउंटी से छोड़कर अलास्का चला गया, लेकिन एक साल बाद ये लोग पाइक काउंटी वापस आ गए। इस बार जैक की नई नवेली दुल्हन भी साथ थी। जैक ने अलास्का में शादी कर ली थी। अब परिवार पाइक काउंटी में रहने लगा। सब ठीक चल रहा था।

आसपास के भी सभी लोग 8 मर्डर की बात भी तब तक भूल चुके थे, लेकिन उन्होंने देखा कि पहले तो बिली का परिवार सब लोगों से हंसकर बात करता था, लेकिन अब यह परिवार अपने में ही सिमट कर रह गया था। कोई भी घर से बाहर नहीं निकलता था। केवल बिली बाहर जाकर जरूरत का सामान ले आता था। बाकी परिवार घर में ही रहता था। 

ये भी पढ़ें: जानिए मुंह से बदबू आने का कारण, बचाव का तरीका?

इस तरह बिली वैगनर के परिवार पर गहराया शक 

बिली और उसकी पत्नी एंजेला में अब अनबन शुरू हो गई। एंजेला ने बिली से तलाक ले लिया। फिर पास ही दो कमरों के किराए के घर में रहने लगी। जैक की नई नवेली दुल्हन को यह सब काफी अजीब लग रहा था। कुछ दिन बाद जैक के भाई जॉर्ज वैगनर की भी शादी करवा दी गई।

उसकी पत्नी को भी परिवार कंट्रोल में रखता था। दोनों बहुओं को ये इतना अजीब लगा कि वे पुलिस के पास पहुंच गईं। पुलिस को दोनों बहुओं की बातों से लगा कि कहीं न कहीं इस परिवार का उन आठ हत्याओं से लिंक है।  

ये भी पढ़ें: श्रीलंका क्रिकेट ने दनुष्का गुणथिलका को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से किया निलंबित

बिली व उसके परिवार को पुलिस ने पकड़ा, परिवार ने मानी 8 मर्डर की बात 

पुलिस ने फिर बिली व उसके परिवार को पकड़ा और उनसे सख्ती से पूछताछ की। फिर जल्द ही परिवार टूट गया और उन्होंने हत्या की बात मान ली। बिली, जैक व जॉर्ज ने बताया कि उन्होंने ही आठ लोगों की गोली मारकर हत्या की थी।

उन्होंने बताया कि जब जैक व हना रॉडन रिलेशनशिप में थे तो दोनों बिली के घर पर ही लिव इन में रहते थे। एक दिन 2015 में हना ने क्रिस्टोफर को फोन पर बताया कि जैक व उसका परिवार उसे कंट्रोल करके रखता है, किसी से नहीं करने देता और एक बार जैक ने उसे मारने की भी कोशिश की।

क्रिस्टोफर यह सुनकर सीधा जैक के घर पहुंचा और हना को अपने साथ ले गया। उस समय जैक और हना की बेटी सोफिया एक साल की थी। उसे भी हना अपने साथ ले आई। 

ये भी पढ़ें: बीसीसीआई लेगी कड़े फैसले, रोहित की कप्तानी दांव पर, 2024 विश्व कप से पहले हार्दिक पांड्या बन सकते हैं भारत की टी-20 टीम के कप्तान

हना फेसबुक पर जैक के परिवार के बारे में अपने दोस्तों को बताने लगी 

घर आकर हना हमेशा फेसबुक पर दोस्तों से चैट करती व उन्हें जैक के बारे में बताती थी। उसने अपने कई दोस्तों को यह भी कहा कि वह किसी सूरत में बेटी सोफिया की कस्टडी जैक को नहीं देगी।

लेकिन वह यह बात भूल गई थी कि उसका फेसबुक अकाउंट जैक के पास भी खुला है। वह हना की सारी चैटिंग पढ़ता था जिससे उसे चिढ़ होने लगी थी कि हना ऐसा कैसे कर सकती है। जैक ने सारी बात पिता बिली को बताई। 

ये भी पढ़ें: सानिया मिर्जा और शोएब मलिक की लाइफ में कौन सा तूफान आया, जानिए इस पाकिस्तानी एक्ट्रेस के बारे में

सोफिया की कस्टडी के लिए किया मर्डर का प्लान 

उसके बाद 2015 के अंत में बिली ने पूरे परिवार को एक साथ बैठाया और चर्चा की कि कैसे सोफिया की कस्टडी ली जाए। परिवार ने निर्णय लिया कि हना के पूरे परिवार को खत्म कर दिया जाए ताकि सोफिया की कस्टडी उन्हें अपने आप ही मिल जाए।

फिर इन लोगों ने की मर्डर की पूरी प्लानिंग की। बिली वैगनर ने अपने साइज से दो नंबर बड़े जूते परिवार के लिए खरीदे। उन्होंने सोचा, अगर हमारे पांव के निशान मर्डर वाली जगह मिलते भी हैं तो पुलिस उन जूतों के साइज वाले इंसान को ढूंढेगी।

फिर इन्होंने गन शॉप से तीन पिस्टल खरीदीं। लेकिन ये पिस्टल काफी आवाज करने वाली थीं। फिर उन्होंने सभी पिस्टल के आगे सब प्रेशर लगवाया ताकि गोली चलाते समय आवाज 95 फीसदी कम आए। इसके बाद बिली व उसके भाइयों ने अपने घर के पीछे फायरिंग रेंज बनाकर तीन महीने फायरिंग की प्रैक्टिस की।

हत्याकांड से एक दिन पहले इन्होंने बालों पर टेंपरेरी रंग भी लगवाया, ताकि पहचान न हो सके। साथ ही उन्होंने एक नकली सर्टिफिकेट भी बनवा लिया था जिसमें लिखा था कि यदि हना को कुछ हो जाता है तो सोफिया की कस्टडी जैक दो दी जाए। 

ये भी पढ़ें: चेन्नई और मुंबई ने सबमिट की रिटेन खिलाड़ियों की लिस्ट, मुंबई ने पोलार्ड को किया रिलीज़ और चेन्नई ने जडेजा को किया रिटेन

इस तरह दिया हत्याकांड को अंजाम 

बिली के परिवार की हत्या की प्लानिंग के मुताबिक, 21 अप्रैल 2016 की रात पहले बिली क्रिस्टोफर के घर गया। देखा कि कुत्ते बंधे हैं।  वह सीधे घर में घुसा। क्रस्टोफर टीवी देख रहा था। बिली ने तुंरत जैक को मिसकॉल मारी। जैक और जॉर्ज समझ गए कि वे भी अब घर में घुस सकते हैं।

दोनों भाई घर में घुसे और उन्होनें एक-एक करके सभी सात लोगों की गोलियां मारकर हत्या कर दी। फिर जैक को याद आया कि इनका एक रिश्तेदार कैनेथ भी है। दोनों भाइयों ने फिर कैनेथ के घर पहुंचकर उसे भी मार डाला। इसके बाद आठों लोगों के मोबाइल भी लेकर बीच समुद्र में फेंक दिए, ताकि वे पुलिस मोबाइल पुलिस को न मिलें। 

ये भी पढ़ें: जनवरी में भारतीय क्रिकेट में होगा बड़ा बदलाव, वनडे और टी-20 टीम के होंगे अलग-अलग कप्तान

जैक को अब तक हो चुकी है 8 बार आजीवन कारावास 

पुलिस ने आरोपी बिली और उसके बेटे जैक व जॉर्ज सहित उसकी पत्नी एंजेला को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। इनका ट्रायल चला। बीच में कोविड के चलते ट्रायल थोड़ा लंबा चला। 'डेली मेल' की रिपोर्ट के अनुसार मामले में अब तक जैक को आठ बार आजीवन कारावास की सजा मिल चुकी है।

वह पैरोल पर भी बाहर नहीं आ सकता। उसकी मां को 30 साल की सजा हुई, क्योंकि वह भी इस हत्याकांड में शामिल थीं। बिली और जॉर्ज के खिलाफ ट्रायल चल रहा है। इन्हें अभी तक सजा नहीं मिली है।

द न्यूयार्क टाइम्स के अनुसार मामले में विशेष अभियोजक एंजेला कैनेपा ने कोर्ट को बताया है कि फेसबुक पर हना रॉडन ने अपने किसी दोस्त को यह बात भी लिखी थी कि जब तक वह जिंदा है, जैक को अपनी बेटी की कस्टडी नहीं लेने देगी। सोफिया अब 8 साल की हो चुकी है। 

ये भी पढ़ें: रियलमी 10 5जी स्मार्टफोन लॉन्च, कम दाम में मिलेंगे ये धांसू फीचर्स