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Aaj ka Rashifal: 30 दिसंबर का कैसा रहेगा आपका दिन, जानिए अपनी राशि का पूरा ब्‍यौरा

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Aaj ka Rashifal: आज 30 दिसंबर, 2022 है। आइए जानते हैं कि मेष से मीन राशि के जातकों का दिन कैसा रहेगा। ग्रह गोचर और शुभ मूहुर्त का समय क्‍या है। यहां आपको Yearly Horoscope 2023दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाले पंचांग का ब्‍यौरा उपलब्‍ध है। यहां आपको Horoscopeऔर Astrologyके साथ-साथ Aaj Ka Panchangपढ़ने को मिलेगा। वहीं astrology tipsऔर shubh muhuratतथा nakshtra और dishashulके बारे में भी बताया जाएगा। 

Aaj ka Rashifal: आचार्य  नीरज  पाराशर (वृन्दावन) वाले आपको बता रहे हैं कि आज का भविष्‍य फल कैसा रहेगा। 

दैनिक राशिफल

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

मेष
यात्रा मनोरंजक रहेगी। कोई बड़ा काम होने से प्रसन्नता रहेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। समय अनुकूल है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। परिवार के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। जल्दबाजी न करें।

Mesh Rashifal 2023: मेष राशि वालों के लिए कैसा होगा नया साल? पढ़ें वार्षिक राशिफल

वृष
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। किसी बड़े काम को करने की योजना बनेगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। व्यापार लाभदायक रहेगा। घर-परिवार में कोई मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। मित्रों के साथ अच्‍छा समय बीतेगा।

Vrishabha Rashifal 2023: जानिए वृषभ राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?

मिथुन
मित्रों का सहयोग करने का मौका प्राप्त होगा। मेहनत का फल मिलेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। लेन-देन में सावधानी रखें। अपरिचितों पर अंधविश्वास न करें। कारोबार ठीक चलेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य अनुकूल है। समय का लाभ लें।

Mithun Rashifal 2023: जानिए मिथुन राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?

कर्क
विवाद को बढ़ावा न दें। कानूनी अड़चन से सामना हो सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप से स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। आय बनी रहेगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। जोखिम न लें।

Kark Varshik Rashifal 2023: जानिए कर्क राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?

सिंह
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। पार्टी व पिकनिक का आयोजन हो सकता है। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें।

Singh Rashifal 2023: जानिए सिंह राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?

कन्या
स्थायी संपत्ति के कार्य मनोनुकूल लाभ देंगे। किसी बड़ी समस्या का हल सहज ही प्राप्त होगा। किसी वरिष्ठ व्यक्ति का सहयोग मिलेगा। भाग्य अनुकूल है। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। शत्रुओं का पराभव होगा। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं। प्रसन्नता रहेगी।

Kanya Varshik Rashifal 2023: जानिए कन्या राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?

तुला
किसी व्यक्ति विशेष का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार लाभदायक रहेगा। पारिवारिक सदस्यों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नौकरी में मातहतों से अनबन हो सकती है। शारीरिक कष्ट संभव है। जल्दबाजी से हानि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। धन प्राप्ति सुगम होगी।

Tula Varshik Rashifal 2023: जानिए तुला राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?

वृश्चिक
चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि हो सकती है। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। किसी अपरिचित व्यक्ति पर अतिविश्वास न करें। किसी भी प्रकार के विवाद में न पड़ें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। मित्रों के साथ समय अच्‍छा व्यतीत होगा।

Vrischik Varshik Rashifal 2023: जानिए वृश्चिक राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?

धनु
तीर्थदर्शन की योजना फलीभूत होगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। आत्मशांति रहेगी। यात्रा संभव है। व्यापार ठीक चलेगा। संपत्ति के कार्य मनोनुकूल लाभ देंगे। नौकरी में चैन रहेगा। दूसरों की जवाबदारी न लें। थकान रह सकती है।

Dhanu Varshik Rashifal 2023: जानिए धनु राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?

मकर
कार्यस्थल पर परिवर्तन की योजना बनेगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। ऐश्वर्य व आरामदायक साधनों पर व्यय होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। जल्दबाजी से बचें। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी।

Makar Varshik Rashifal 2023: जानिए मकर राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?

कुंभ
डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। शेयर मार्केट में जल्दबाजी न करें। व्यापार लाभदायक रहेगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में सावधानी रखें। चोट व रोग से कष्ट संभव है। प्रमाद न करें।

Kumbh Varshik Rashifal 2023: जानिए कुंभ राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?

मीन
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। फालतू खर्च होगा। किसी के व्यवहार से क्लेश होगा। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी। नौकरी में कार्यभार बढ़ेगा। सहकर्मी साथ नहीं देंगे। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।

Meen Varshik Rashifal 2023: जानिए मीन राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?

दिनाँक: 30/12/2022, शुक्रवार
अष्टमी, शुक्ल पक्ष, 
पौष
(समाप्ति काल)

तिथि-----------    अष्टमी    18:33:10         तक 
पक्ष------------------------    शुक्ल
नक्षत्र---    उत्तरा भाद्रपदा    11:23:13
योग----------    वरियान    09:44:05
करण--------------    बव    18:33:10
करण-----------    बालव    30:27:41
वार-----------------------    शुक्रवार
माह-------------------------     पौष
चन्द्र राशि-------------------- मीन
सूर्य राशि--------------------   धनु
रितु-----------------------    शिशिर
आयन------------------    उत्तरायण
संवत्सर-------------------    शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)    ----------------------नल
विक्रम संवत----------------    2079 
गुजराती संवत--------------    2079 
शक संवत------------------    1944

वृन्दावन 
सूर्योदय---------------    07:10:25    
सूर्यास्त----------------    17:33:01
दिन काल-------------    10:22:35    
रात्री काल------------    13:37:42
चंद्रोदय----------------    12:25:57    
चंद्रास्त----------------    25:04:21

लग्न---- धनु 14°9' , 254°9'

सूर्य नक्षत्र---------------    पूर्वाषाढा    
चन्द्र नक्षत्र---------    उत्तरा भाद्रपदा
नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र 

पद, चरण

ञ----    उत्तरा भाद्रपदा    11:23:13

दे----    रेवती    17:25:00

दो----    रेवती    23:29:23

च----    रेवती    29:36:21

ग्रह गोचर

ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
==========================
सूर्य=धनु   14 : 29   पू oषाo  ,          1        भू 
चन्द्र =मीन 14°23, उ oभा o ,        4         ञ
बुध =धनु 00 ° 34'  उ o षाo      '    2         भो 
शुक्र=धनु  29°05,  उ o षाo     '      1       भे 
मंगल=वृषभ  15°30  ' रोहिणी'       2         वा 
गुरु=मीन  06°30 '   उ o भा o,        1        दू 
शनि=मकर 28°43 '      धनिष्ठा   '     2       गी       
राहू=(व) मेष  16°10     भरणी ,       2        लू 
केतु=(व) तुला 16°10   विशाखा ,     4       ता 

शुभा शुभ मुहूर्त

राहू काल    11:04 - 12:22    अशुभ
यम घंटा    14:57 - 16:15    अशुभ
गुली काल    08:28 - 09:46 अशुभ 
अभिजित    12:01 - 12:42    शुभ
दूर मुहूर्त    09:15 - 09:56    अशुभ
दूर मुहूर्त    12:42 - 13:24    अशुभ
वर्ज्यम    23:29 - 25:07*    अशुभ

गंड मूल    11:23 - अहोरात्र    अशुभ

पंचक    अहोरात्र    अशुभ

चोघडिया, दिन

चर    07:10 - 08:28    शुभ
लाभ    08:28 - 09:46    शुभ
अमृत    09:46 - 11:04    शुभ
काल    11:04 - 12:22    अशुभ
शुभ    12:22 - 13:40    शुभ
रोग    13:40 - 14:57    अशुभ
उद्वेग    14:57 - 16:15    अशुभ
चर    16:15 - 17:33    शुभ

चोघडिया, रात

रोग    17:33 - 19:15    अशुभ
काल    19:15 - 20:57    अशुभ
लाभ    20:57 - 22:40    शुभ
उद्वेग    22:40 - 24:22*    अशुभ
शुभ    24:22* - 26:04*    शुभ
अमृत    26:04* - 27:46*    शुभ
चर    27:46* - 29:29*    शुभ
रोग    29:29* - 31:11*    अशुभ

होरा, दिन

शुक्र    07:10 - 08:02
बुध    08:02 - 08:54
चन्द्र    08:54 - 09:46
शनि    09:46 - 10:38
बृहस्पति    10:38 - 11:30
मंगल    11:30 - 12:22
सूर्य    12:22 - 13:14
शुक्र    13:14 - 14:05
बुध    14:05 - 14:57
चन्द्र    14:57 - 15:49
शनि    15:49 - 16:41
बृहस्पति    16:41 - 17:33

होरा, रात

मंगल    17:33 - 18:41
सूर्य    18:41 - 19:49
शुक्र    19:49 - 20:57
बुध    20:57 - 22:06
चन्द्र    22:06 - 23:14
शनि    23:14 - 24:22
बृहस्पति    24:22* - 25:30
मंगल    25:30* - 26:38
सूर्य    26:38* - 27:46
शुक्र    27:46* - 28:54
बुध    28:54* - 30:03
चन्द्र    30:03* - 31:11

उदयलग्न प्रवेशकाल

धनु     > 05:06   से   07:12  तक
मकर   > 07:12   से 08:56   तक
कुम्भ   > 08:56   से  10:30  तक
मीन    > 10: 30   से  11:58 तक
मेष     > 11:58    से  13:38  तक
वृषभ   > 13:38   से  17:56   तक 
कर्क    > 17:56   से  20:06   तक
सिंह    >  20:06   से 22:22    तक
कन्या  > 22:22    से  00:30   तक
तुला   >  00:30   से   03:40  तक
वृश्चिक > 02:40   से  04:50  तक

विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय) संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

दिशा शूल ज्ञान-------------पश्चिम

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो  घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

अग्नि वास ज्ञान

यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

  8 + 6  + 1 = 15 ÷ 4 = 3 शेष
 मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

ग्रह मुख आहुति ज्ञान

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

शुक्र ग्रह मुखहुति

शिव वास एवं फल

8 + 8 + 5 =  21 ÷ 7 = 0  शेष

 शमशान वास  = मृत्यु कारक

भद्रा वास एवं फल

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

विशेष जानकारी

*सर्वार्थ, अमृत सिद्धि योग 11:23 से

* दुर्गाष्टमी

*शाकंभरी जयंती 

शुभ विचार

एदतर्थं कुलोनानां नृपाः कुर्वन्ति संग्रहम् ।
आदिमध्यावसानेषु न स्यजन्ति च ते नृपम् ।।
।। चा o नी o।।

राजा लोग अपने आस पास अच्छे कुल के लोगो को इसलिए रखते है क्योंकि ऐसे लोग ना आरम्भ मे, ना बीच मे और  ना ही  अंत मे साथ छोड़कर जाते है.

सुभाषितानि

गीता -: विभूति योग अo-10

अहं सर्वस्य प्रभवो मत्तः सर्वं प्रवर्तते ।,
इति मत्वा भजन्ते मां बुधा भावसमन्विताः ॥,

मैं वासुदेव ही संपूर्ण जगत्‌ की उत्पत्ति का कारण हूँ और मुझसे ही सब जगत्‌ चेष्टा करता है, इस प्रकार समझकर श्रद्धा और भक्ति से युक्त बुद्धिमान्‌ भक्तजन मुझ परमेश्वर को ही निरंतर भजते हैं॥,8॥,


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