Aaj ka Rashifal: 26 दिसंबर का कैसा रहेगा आपका दिन, जानिए अपनी राशि का पूरा ब्यौरा
Aaj ka Rashifal: आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन) वाले आपको बता रहे हैं कि आज का भविष्य फल कैसा रहेगा।
दैनिक राशिफल
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
मेष
मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। दूर रहने वाले व्यक्तियों से संपर्क के कारण लाभ हो सकता है। नई योजनाओं का सूत्रपात होने के योग हैं। कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। व्यर्थ संदेह न करें। मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा।
Mesh Rashifal 2023: मेष राशि वालों के लिए कैसा होगा नया साल? पढ़ें वार्षिक राशिफल
वृष
व्यवसाय ठीक चलेगा। अर्थ प्राप्ति के योग बनेंगे। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। बेचैनी रहेगी। विवादों से दूर रहना चाहिए। पिता से व्यापार में सहयोग मिल सकेगा। सरकारी मसले सुलझेंगे। सकारात्मक सोच बनेगी।
Vrishabha Rashifal 2023: जानिए वृषभ राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?
मिथुन
जोखिम व जमानत के कार्य टालें, बाकी सामान्य रहेगा। प्रयास अधिक करने पर भी उचित सफलता मिलने में संदेह है। कार्य में विलंब के भी योग हैं। आर्थिक हानि हो सकती है। पारिवारिक जीवन तनावपूर्ण रहेगा। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है।
Mithun Rashifal 2023: जानिए मिथुन राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?
कर्क
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। रुके धन के लिए प्रयत्न जरूर करें। कार्य का विस्तार होगा। दूसरे के कार्यों में हस्तक्षेप से बचें। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। विलासिता के प्रति रुझान बढ़ेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। अध्यात्म में रुचि रहेगी।
Kark Varshik Rashifal 2023: जानिए कर्क राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?
सिंह
संपत्ति की खरीद-फरोख्त हो सकती है। आय बढ़ेगी। मन में उत्साहपूर्ण विचारों के कारण समय सुखद व्यतीत होगा। मकान व जमीन संबंधी कार्य बनेंगे। अनायास धन लाभ के योग हैं। व्यापार में वांछित उन्नति होगी। बेरोजगारी दूर होगी। विवाद न करें।
Singh Rashifal 2023: जानिए सिंह राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?
कन्या
कार्यस्थल पर परिवर्तन लाभ में वृद्धि करेगा। योजना फलीभूत होगी। नए अनुबंध होंगे। कष्ट होगा। पारिवारिक जिम्मेदारी बढ़ने से व्यस्तता बढ़ेगी। कार्य में नवीनता के भी योग हैं। संतान के व्यवहार से समाज में सम्मान बढ़ेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है।
Kanya Varshik Rashifal 2023: जानिए कन्या राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?
तुला
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी बड़े कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। प्रसन्नता बनी रहेगी। नए कार्यों से जुड़ने का योग बनेगा। पारिवारिक जीवन सुखद नहीं रहेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। इच्छित लाभ होगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा हो सकती है।
Tula Varshik Rashifal 2023: जानिए तुला राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?
वृश्चिक
शत्रु सक्रिय रहेंगे। कुसंगति से हानि होगी। व्ययवृद्धि होगी। लेन-देन में सावधानी रखें, जोखिम न लें। किसी शुभचिंतक से मेल-मुलाकात का हर्ष होगा। संतान की आजीविका संबंधी समस्या का हल निकलेगा। लापरवाही से काम न करें।
Vrischik Varshik Rashifal 2023: जानिए वृश्चिक राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?
धनु
किसी कार्य में प्रतिस्पर्धात्मक तरीके से जुड़ने की प्रवृत्ति आपके लिए शुभ रहेगी। राज्यपक्ष से लाभ होगा। अपने काम से काम रखें। दांपत्य सुख प्राप्त होगा। बुरी खबर मिल सकती है। विवाद को बढ़ावा न दें। भागदौड़ रहेगी। आय में कमी होगी।
Dhanu Varshik Rashifal 2023: जानिए धनु राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?
मकर
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। डूबी हुई रकम प्राप्त होगी। आय में वृद्धि होगी। प्रमाद न करें। आकस्मिक लाभ व निकटजनों की प्रगति से मन में प्रसन्नाता रहेगी। परिश्रम से स्वयं के कार्यों में भी शुभ परिणाम आएँगे। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें।
Makar Varshik Rashifal 2023: जानिए मकर राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?
कुंभ
नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। परीक्षा आदि में सफलता मिलेगी। पारिवारिक कष्ट एवं समस्याओं का अंत संभव है। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। आय से अधिक व्यय न करें। परोपकार में रुचि बढ़ेगी।
Kumbh Varshik Rashifal 2023: जानिए कुंभ राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?
मीन
मेहमानों का आवागमन होगा। व्यय होगा। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। अपने प्रयासों से उन्नति पथ प्रशस्त करेंगे। बुद्धि चातुर्य से कठिन कार्य भी आसानी से बनेंगे। व्यापार अच्छा चलेगा। व्यर्थ समय नष्ट न करें। रुका पैसा मिलेगा।
Meen Varshik Rashifal 2023: जानिए मीन राशि वालों का वर्ष 2023 कैसा रहेगा?
दिनाँक:-26/12/2022, सोमवार
चतुर्थी, शुक्ल पक्ष,
पौष
(समाप्ति काल)
तिथि----------- चतुर्थी 25:37:19 तक
पक्ष------------------------ शुक्ल
नक्षत्र----------- श्रवण 16:40:53
योग------------ हर्शण 21:00:56
करण---------- वणिज 15:11:08
करण------- विष्टि भद्र 25:37:19
वार---------------------- सोमवार
माह------------------------ पौष
चन्द्र राशि----- मकर 27:29:51
चन्द्र राशि------------------- कुम्भ
सूर्य राशि-------------------- धनु
रितु------------------------ शिशिर
आयन------------------ उत्तरायण
संवत्सर------------------ शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)-------------------- नल
विक्रम संवत---------------- 2079
गुजराती संवत-------------- 2079
शक संवत----------------- 1944
वृन्दावन
सूर्योदय--------------- 07:08:58
सूर्यास्त---------------- 17:30:33
दिन काल------------- 10:21:35
रात्री काल------------ 13:38:48
चंद्रोदय--------------- 09:58:00
चंद्रास्त---------------- 20:52:45
लग्न---- धनु 10°4' , 250°4'
सूर्य नक्षत्र------------------- मूल
चन्द्र नक्षत्र------------------ श्रवण
नक्षत्र पाया------------------- ताम्र
पद, चरण
खे---- श्रवण 11:18:48
खो---- श्रवण 16:40:53
गा---- धनिष्ठा 22:04:31
गी---- धनिष्ठा 27:29:51
ग्रह गोचर
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=धनु 10 : 29 मूल , 4 भी
चन्द्र =मकर 17°23, श्रवण , 3 खे
बुध =धनु 29 ° 34' उ o षाo ' 1 भे
शुक्र=धनु 25°05, पू o षाo ' 4 ढा
मंगल=वृषभ 16°30 ' रोहिणी' 2 वा
गुरु=मीन 06°30 ' उ o भा o, 1 दू
शनि=मकर 27°43 ' धनिष्ठा ' 2 गी
राहू=(व) मेष 16°20 भरणी , 2 लू
केतु=(व) तुला 16°20 विशाखा , 4 ता
शुभा शुभ मुहूर्त
राहू काल 08:27 - 09:44 अशुभ
यम घंटा 11:02 - 12:20 अशुभ
गुली काल 13:37 - 14:55 अशुभ
अभिजित 11:59 - 12:40 शुभ
दूर मुहूर्त 12:40 - 13:22 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:45 - 15:26 अशुभ
वर्ज्यम 20:16 - 21:43 अशुभ
पंचक 27:30* - अहोरात्र अशुभ
चोघडिया, दिन
अमृत 07:09 - 08:27 शुभ
काल 08:27 - 09:44 अशुभ
शुभ 09:44 - 11:02 शुभ
रोग 11:02 - 12:20 अशुभ
उद्वेग 12:20 - 13:37 अशुभ
चर 13:37 - 14:55 शुभ
लाभ 14:55 - 16:13 शुभ
अमृत 16:13 - 17:31 शुभ
चोघडिया, रात
चर 17:31 - 19:13 शुभ
रोग 19:13 - 20:55 अशुभ
काल 20:55 - 22:38 अशुभ
लाभ 22:38 - 24:20* शुभ
उद्वेग 24:20* - 26:02* अशुभ
शुभ 26:02* - 27:45* शुभ
अमृत 27:45* - 29:27* शुभ
चर 29:27* - 31:09* शुभ
होरा, दिन
चन्द्र 07:09 - 08:01
शनि 08:01 - 08:53
बृहस्पति 08:53 - 09:44
मंगल 09:44 - 10:36
सूर्य 10:36 - 11:28
शुक्र 11:28 - 12:20
बुध 12:20 - 13:12
चन्द्र 13:12 - 14:03
शनि 14:03 - 14:55
बृहस्पति 14:55 - 15:47
मंगल 15:47 - 16:39
सूर्य 16:39 - 17:31
होरा, रात
शुक्र 17:31 - 18:39
बुध 18:39 - 19:47
चन्द्र 19:47 - 20:55
शनि 20:55 - 22:03
बृहस्पति 22:03 - 23:12
मंगल 23:12 - 24:20
सूर्य 24:20* - 25:28
शुक्र 25:28* - 26:36
बुध 26:36* - 27:45
चन्द्र 27:45* - 28:53
शनि 28:53* - 30:01
बृहस्पति 30:01* - 31:09
उदयलग्न प्रवेशकाल
धनु > 05:24 से 07:30 तक
मकर > 07:30 से 09:14 तक
कुम्भ > 09:14 से 10:48 तक
मीन > 10: 48 से 12:16 तक
मेष > 12:16 से 13:56 तक
वृषभ > 13:56 से 18:08 तक
कर्क > 18:08 से 20:24 तक
सिंह > 20:24 से 22:40 तक
कन्या > 22:40 से 00:48 तक
तुला > 00:48 से 03:58 तक
वृश्चिक > 02:58 से 05:14 तक
विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय) संस्कार
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
अग्नि वास ज्ञान
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
4 + 2 + 1 = 7 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
ग्रह मुख आहुति ज्ञान
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
बुध ग्रह मुखहुति
शिव वास एवं फल
4 + 4 + 5 = 13 ÷ 7 = 6 शेष
क्रीड़ायां = शोक, दुःख कारक
भद्रा वास एवं फल
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
दोपहर 15:11से रात्रि 25:37 तक
मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी
विशेष जानकारी
*विनायक चतुर्थी
Vinayaka Chaturthi 2022: आखिरी विनायक चतुर्थी कल, जानिए क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त
*सर्वार्थ सिद्धि योग 1641तक
* पंचक प्रारम्भ रात्रि 27:30 से
*मेला जोड़ आरम्भ (3दिन) पंजाब
शुभ विचार
मूर्खश्चिरायुर्जातोऽपि तस्माज्जातमृतो वरः ।
मृतः स चाऽल्पदुःखाय यावज्जीवं जडोदहेत् ।।
।। चा o नी o।।
एक ऐसा बालक जो जन्मते वक़्त मृत था, एक मुर्ख दीर्घायु बालक से बेहतर है. पहला बालक तो एक क्षण के लिए दुःख देता है, दूसरा बालक उसके माँ बाप को जिंदगी भर दुःख की अग्नि में जलाता है.
सुभाषितानि
गीता -: विभूति योग अo-10
यो मामजमनादिं च वेत्ति लोकमहेश्वरम् ।,
असम्मूढः स मर्त्येषु सर्वपापैः प्रमुच्यते ॥,
जो मुझको अजन्मा अर्थात् वास्तव में जन्मरहित, अनादि (अनादि उसको कहते हैं जो आदि रहित हो एवं सबका कारण हो) और लोकों का महान् ईश्वर तत्त्व से जानता है, वह मनुष्यों में ज्ञानवान् पुरुष संपूर्ण पापों से मुक्त हो जाता है॥,3॥,
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